भोपाल में सोमवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में हुई समय-सीमा समीक्षा बैठक में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अधिकारियों को साफ-साफ निर्देश दे दिए। उन्होंने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर अब कोई ढिलाई नहीं चलेगी। हर बीएलओ और सुपरवाइजर को प्रतिदिन कम से कम 10% फॉर्म कलेक्शन और डिजिटाइजेशन का टारगेट पूरा करना ही होगा। उन्होंने ईआरओ को भी फील्ड में लगातार मोनिटरिंग करने को कहा ताकि काम की रफ्तार बनी रहे।
कलेक्टर सिंह ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से मिलने वाली शिकायतों का खास तौर पर जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शिकायतों का बस निपटारा होना काफी नहीं है, क्वालिटी भी दिखनी चाहिए। हर शिकायत की मॉनिटरिंग हो, समय पर और संतोषजनक जवाब दिया जाए, ताकि जिले की रैंकिंग में सुधार साफ दिखे।
होगी कार्रवाई
बैठक में खाद की उपलब्धता और वितरण व्यवस्था भी बड़ा मुद्दा बना। कलेक्टर ने संबंधित विभागों कृषि, सहकारिता और मार्कफेड को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि किसानों को एक भी दिन खाद की किल्लत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि स्टॉक पहले से तैयार रखा जाए, सप्लाई, ट्रांसपोर्ट और भंडारण पर बारीकी से ध्यान दिया जाए। किसी भी केंद्र या समिति पर अनियमितता या कालाबाजारी मिली तो कार्रवाई तुरंत होगी। फार्मर को परेशान होना ही नहीं चाहिए।
ये लोग रहे मौजूद
कलेक्टर सिंह ने बैठक के दौरान अन्य मुद्दों पर भी तेज़ी से निर्देश जारी किए। गीता भवन भूमि चयन से लेकर विभिन्न आयोगों के पत्रों के जवाब और कोर्ट में समय पर प्रत्युत्तर दाखिल करने को लेकर विभागों को तुरंत कार्रवाई करने को कहा। राहवीर योजना और हिट एंड रन मामलों में तेजी से प्रगति करने के भी निर्देश दिए। बैठक में एडीएम अंकुर मेश्राम, जिला पंचायत सीईओ इला तिवारी और सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। सभी को यह साफ संदेश मिल गया कि आने वाले दिनों में प्रशासन का फोकस फील्ड वर्क, शिकायत निवारण और किसानों से जुड़े मुद्दों पर शून्य लापरवाही का होगा।
