दिवाली से एक दिन पहले राजधानी भोपाल में रविवार शाम गौतम नगर थाना क्षेत्र में उस वक्त हंगामा मच गया जब पुलिस ने नारियलखेड़ा इलाके में पटाखा बेचने वाले छोटे दुकानदारों का सामान जब्त कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई के बाद फुटपाथ व्यापारियों ने थाने के बाहर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी के मुताबिक, नारियलखेड़ा में कुछ लोगों ने फुलझड़ी, अनार, जफरकनी जैसे हल्के पटाखों की छोटी दुकानें लगाई थीं। पुलिस ने इन्हें अवैध मानते हुए सात दुकानों का सामान जब्त कर लिया। इससे गुस्साए दुकानदारों ने थाने का घेराव कर दिया और पुलिस के खिलाफ “पुलिस तेरी गुंडागर्दी नहीं चलेगी” जैसे नारे लगाए।
पार्षद ने पुलिस के सामने की उठक-बैठक
मामले की सूचना मिलते ही वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद देवेंद्र भार्गव मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई रोकने की अपील की। भार्गव ने बताया, “ये लोग बम या बड़े पटाखे नहीं बेच रहे थे, बस बच्चों के खेलने वाले छोटे पटाखे थे। पुलिस ने इन्हें अपराधी की तरह ट्रीट किया, जो गलत है।” भार्गव ने पुलिस के सामने उठक-बैठक लगाकर उनसे छोटे व्यापारियों को छोड़ने की गुजारिश की।
“पूरे शहर में कार्रवाई हो, सिर्फ एक जगह नहीं”
वहीं, वार्ड नंबर 13 के पार्षद मनोज राठौर ने भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर शहर में पटाखा बिक्री पर रोक है, तो नियम सभी जगह समान रूप से लागू होने चाहिए। सिर्फ नारियलखेड़ा के दुकानदारों पर कार्रवाई कर देना नाइंसाफी है। राठौर ने कहा, “हर दुकान पर दो से पांच हजार रुपए का ही माल था, पुलिस ने बिना कारण केस बना दिया।”
सोमवार को कोर्ट में पेशी
पुलिस ने सभी दुकानों का जब्त सामान थाने में जमा कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक, सोमवार को कोर्ट के जरिए आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्थानीय लोगों में नाराजगी है। व्यापारियों का कहना है कि हर साल की तरह उन्होंने इस बार भी हल्के पटाखे बेचने की तैयारी की थी, ताकि दिवाली से पहले थोड़ी आमदनी हो सके। मगर इस बार पुलिस की सख्ती से उनकी दिवाली फीकी पड़ गई।
