भोपाल | रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेशवासियों से खास अपील की है। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि इस पवित्र पर्व पर राखी, मिठाइयों से लेकर उपहार तक सभी चीज़ों की खरीदी में स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपनी बात साझा करते हुए कहा कि रक्षा सूत्र की डोरी हो या बहनों के लिए उपहार हर चीज़ में आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखनी चाहिए।
उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को दोहराते हुए बताया कि जब हम अपने आसपास के छोटे व्यापारियों, कारीगरों और शिल्पकारों से सामान खरीदते हैं, तो केवल एक वस्तु नहीं लेते, बल्कि उनके परिश्रम, सपनों और जीविका को भी समर्थन देते हैं।
रोजगार को बढ़ावा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि रक्षाबंधन जैसे पारिवारिक त्योहार पर जब हम स्वदेशी राखी या हस्तनिर्मित उपहार खरीदते हैं, तो हम सीधे तौर पर स्थानीय हुनर और रोजगार को बढ़ावा देते हैं। इससे न केवल कारीगरों के चेहरे पर मुस्कान आती है, बल्कि प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों में भी मजबूती आती है।
ये राखी, स्वदेशी वाली…
रक्षाबंधन पर्व पर रक्षा सूत्र से लेकर उपहार तक सभी स्वदेशी ही लाएंगे, #VocalForLocal के मंत्र से छोटे-छोटे कारीगरों, शिल्पकारों और व्यापारियों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेंगे। स्वदेशी वस्तुएं अपनाएं, हर गरीब के चेहरे पर खुशियां लाएं। pic.twitter.com/D8ksHLs3uh
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 8, 2025
उन्होंने कहा, “यह पर्व केवल भाई-बहन के रिश्ते का नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता और आर्थिक आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक बन सकता है, अगर हम स्वदेशी को प्राथमिकता दें।”
व्यापार और संस्कृति दोनों को मिले बढ़ावा
मुख्यमंत्री की इस अपील को त्योहार के साथ स्थानीय संस्कृति को जोड़ने की पहल के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने विशेष तौर पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों से आग्रह किया कि वे बड़े मॉल्स या आयातित उत्पादों की जगह मोहल्ले के कारीगरों, बुनकरों और छोटे दुकानदारों से खरीदारी करें। इससे न केवल पारंपरिक कला और शिल्प को पहचान मिलेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
डॉ. यादव ने अपनी अपील के अंत में कहा, “स्वदेशी अपनाएं, प्रदेश को संबल बनाएं। इस रक्षाबंधन पर चलिए एक नई परंपरा की शुरुआत करते हैं, लोकल के लिए वोकल बनने की।”
