भोपाल की गहरी तहजीब, नवाबी अंदाज़ और सांस्कृतिक विरासत को एक बार फिर जीने का मौका मिलने जा रहा है। ऐतिहासिक गौहर महल 11 से 14 दिसंबर तक ‘परी बाज़ार द हेरिटेज फेस्टिवल’ के छठे संस्करण की मेजबानी करेगा। चार दिनों का यह आयोजन शहर को कला, संगीत, नृत्य और हस्तशिल्प के रंगों से भरने वाला है।
फेस्टिवल का आयोजन वूमेन एजुकेशन एंड एम्पावरमेंट सोसायटी (वीस) कर रही है। कार्यक्रम की संयोजक रख्शां शमीम जाहिद ने बताया कि इस बार की थीम “सशक्त मध्यप्रदेश” रखी गई है, जो प्रदेश की महिलाओं की शक्ति, स्थानीय कला, परंपरा और बदलते समाज की नई धड़कनों को एक मंच पर लाने का प्रयास है। उनका कहना है कि यह मंच उन आवाज़ों को सामने लाएगा जो मध्यप्रदेश की नई पहचान गढ़ रही हैं।
महिला एवं बाल विकास विभाग का सहयोग
फेस्टिवल के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और वीर भारत न्यास का सहयोग लिया गया है। आयोजन की घोषणा के दौरान बीनू धीर, सेहबा फ़रहत सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे। आयोजकों का कहना है कि हर आयु और हर वर्ग के लोगों के लिए खास गतिविधियां तैयार की गई हैं। ‘परी बाजार’ इस बार और भी व्यापक रूप में सामने आएगा। रंगोली आर्ट से लेकर स्लोगन कैलिग्राफी, पारंपरिक ट्राइबल डांस, म्यूज़िकल ईवनिंग, ज्वेलरी मेकिंग, कैनवास पेंटिंग, मैजिक शो और ओपन माइक जैसे कार्यक्रम रोज़ शाम को गौहर महल को उत्सव का रूप देंगे। इसके साथ दास्तांगोई, चारबैत, बुक रिव्यू और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन भी आयोजित होंगे।
किड्स फैशन शो
बच्चों के लिए खास तौर पर किड्स फैशन शो रखा गया है, जहां पारंपरिक परिधानों की झलक देखने को मिलेगी। आयोजकों के अनुसार फैशन शो में प्रदेश की विविध वस्त्र परंपराओं को आकर्षक तरीके से पेश किया जाएगा।
हर दिन नया आकर्षण
- 12 दिसंबर – मशहूर दास्तांगो फौजिया, भगवान श्रीकृष्ण पर खास दास्तान सुनाएंगी।
- 13 दिसंबर – रानी अहिल्याबाई होल्कर को समर्पित महेश्वरी थीम फैशन शो होगा।
- 14 दिसंबर – साबरी ब्रदर्स की सूफी नाइट के साथ उत्सव का भव्य समापन किया जाएगा।
50 विरासत इमारतों की प्रदर्शनी
फेस्टिवल में वरिष्ठ चित्रकार फैजल मतीन द्वारा बनाई गई भोपाल की 50 ऐतिहासिक इमारतों की पेंटिंग प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। आयोजकों ने बताया कि यह प्रदर्शनियां शहर की पहचान से लोगों को दोबारा जोड़ने की कोशिश हैं। समारोह के दौरान समाज में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 20 से अधिक महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उनके योगदान और प्रेरक भूमिका को रेखांकित करेगा।
