मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार देश भर के आदिवासियों को परेशान कर रही है। कभी उनकी जमीन छीनी जाती है, कभी जंगलों से बेदखल किया जाता है और कभी विकास के नाम पर उनकी आजीविका खत्म कर दी जाती है। पटवारी ने कहा कि आदिवासियों को केवल वोट बैंक समझने वाली भाजपा असल में उनके अधिकारों और अस्तित्व को नकारने का काम कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया—“प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि आखिर भाजपा कब तक आदिवासियों से बदला लेती रहेगी?”
ग्रेट निकोबार परियोजना पर घिरा सरकार
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की ग्रेट निकोबार परियोजना इस बात का सबसे ताजा उदाहरण है कि किस तरह आदिवासी समाज और पर्यावरणीय संतुलन की अनदेखी की जा रही है। इस परियोजना में बड़े पैमाने पर जंगल काटे जाएंगे, जिससे न सिर्फ वहां की जैव विविधता को नुकसान होगा बल्कि वहां रहने वाले आदिवासी समुदाय भी उजड़ जाएंगे।
परियोजना का विरोध करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्षेत्र संवेदनशील इको-ज़ोन है। यहां हजारों साल से आदिवासी समुदाय अपनी परंपरा और संस्कृति के साथ रह रहा है। लेकिन अब सरकार बड़े उद्योगपतियों के हित में ऐसे फैसले ले रही है, जिससे आदिवासी अपने ही घर में पराए बन जाएंगे।
भाजपा पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप
कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा के शासन में आदिवासियों के साथ अन्याय की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। चाहे झारखंड हो, छत्तीसगढ़ या मध्यप्रदेश हर जगह आदिवासी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार आदिवासियों को केवल वोट के समय याद करती है, लेकिन असल विकास और अधिकार देने के मामले में उन्हें हाशिये पर धकेल देती है।
ग्रेट निकोबार परियोजना आदिवासी अधिकारों और पर्यावरण संबंधी चिंताओं की अनदेखी करती है।
सवाल यह भी है कि @BJP4India ने देश भर में विभिन्न कारणों से आदिवासियों को प्रताड़ित और प्रताड़ित रखा है!
प्रधानमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि #BJP कब तक आदिवासियों से बदला लेती रहेगी? https://t.co/eOKYAcA5JK
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 8, 2025
पर्यावरण को भी खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रेट निकोबार परियोजना सिर्फ आदिवासियों को ही नहीं बल्कि पूरे पर्यावरण के लिए खतरा है। यहां बनने वाले बड़े-बड़े बंदरगाह और उद्योग प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देंगे। समुद्री जीवन, दुर्लभ प्रजातियों और पूरे तटीय क्षेत्र की सुरक्षा दांव पर लग जाएगी।
कांग्रेस की मांग
कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि आदिवासियों से जुड़ी हर परियोजना पर पहले उनकी राय ली जाए और उनके अधिकारों का सम्मान किया जाए। साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली योजनाओं को तुरंत रोका जाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि विकास जरूरी है, लेकिन यह विकास आदिवासियों और पर्यावरण को कुचलकर नहीं होना चाहिए।
