MP की राजनीति इन दिनों गौमाता की दुर्दशा को लेकर गरमा गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि जनता पहले ही चाय वाले के जुमलों को परख चुकी है और अब गाय वाले का जंगलराज पूरे प्रदेश को परेशान कर रहा है। पटवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं के भाषणों में तो गोरक्षा की बातें खूब होती हैं, लेकिन जमीन पर हालात बेहद खराब हैं।
कांग्रेस का कहना है कि पिछले दो सालों में अलग-अलग जिलों से गायों की मौत और लापरवाही की घटनाएं लगातार सामने आईं। पटवारी ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव बार-बार गौमाता की सेवा की बातें करते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकारी अनुदान और योजनाओं का पैसा जमीन पर दिखता ही नहीं।
कही ये बात
- आगर मालवा में दिसंबर 2023 में 58 गायें बिना चारे के मर गईं। सवाल यह उठा कि सरकारी अनुदान आखिर गया कहां।
- सिवनी के जंगलों में जून 2024 में 63 गायों के कंकाल मिले, जिससे गोरक्षा की असलियत उजागर हो गई।
- मंडला में जून 2024 में फ्रीजर से मांस बरामद हुआ और 150 गायों को सुरक्षा दी गई, लेकिन सरकार गायब रही।
- रतलाम मंदिर परिसर में बछड़े का सिर मिलने पर भाजपा नेताओं ने केवल राजनीति की।
मुख्यमंत्री मौन
पटवारी ने आगे कहा कि जुलाई से सितंबर 2024 के बीच रीवा, देवास, सीहोर और राजगढ़ जैसे जिलों में हाईवे पर सैकड़ों गायें हादसों की शिकार हुईं। अकेले रीवा में 78, देवास में 54, सीहोर में 35 और राजगढ़ में 13 गायें कुचल दी गईं। विदिशा में 12 गायों की सड़क हादसे में मौत हो गई। पटवारी बोले कि सड़कें श्मशान बनती रहीं और मुख्यमंत्री मौन साधे बैठे रहे।
मुख्यमंत्री जी,
चाय वाले को तो जनता परख चुकी है! “अच्छे दिन” से शुरू हुए जुमले “बदहाल-बर्बादी” का बातूनी बयान बन चुके हैं!लेकिन, चौंकाने/चिंता बढ़ाने वाला सच यह है कि अब “गाय वाले” का जंगलराज भी मप्र की जनता को हैरान/परेशान कर रहा है!
– आगर-मालवा : दिसंबर 2023
58 गायें गौशाला… https://t.co/iwXMGaGfL6— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 6, 2025
किया भोपाल का जिक्र
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने भोपाल की स्थिति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजधानी की सड़कों पर रोज 50 से ज्यादा हादसे होते हैं, जिनमें न सिर्फ गायें बल्कि आम लोग भी प्रभावित होते हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि गोरक्षा के नाम पर सिर्फ फोटो खिंचवाने और ढोंग करने का काम किया गया।
पटवारी ने व्यंग्य करते हुए कहा, “मोहन भैया, आप झूठ बोलने में माहिर हैं, यही आपका असली संस्कार बन गया है। लेकिन गौमाता के नाम पर झूठ बोलना बंद कीजिए। जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।” कांग्रेस का कहना है कि भाजपा ने गोरक्षा को सिर्फ राजनीति का साधन बना दिया है, जबकि हकीकत में न तो गौशालाओं में व्यवस्था है और न ही सड़कों पर सुरक्षा। अब यह मुद्दा चुनावी सियासत का बड़ा हथियार बनता दिख रहा है।