MP में यूथ कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव से पहले सदस्यता प्रक्रिया को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। लगभग 15 लाख से ज्यादा युवाओं ने सदस्यता अभियान में हिस्सा लिया था, लेकिन 5 लाख से अधिक मेंबरशिप रिजेक्ट और 3.5 लाख आवेदन होल्ड किए जाने से संगठन में असंतोष बढ़ गया है। नेताओं का कहना है कि एआई ने मामूली गलतियों पर भी मेंबरशिप रिजेक्ट कर दी, जिससे हजारों युवाओं का नाम लिस्ट से बाहर हो गया।
18 अप्रैल को जब यूथ कांग्रेस ने प्रदेश में चुनाव की घोषणा की थी, तब मेंबरशिप एप के जरिए ऑनलाइन सदस्यता अभियान शुरू किया गया था। हर नए सदस्य को 50 रुपए शुल्क देना था। लेकिन, चुनाव प्राधिकरण ने सदस्यता सत्यापन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का सहारा लिया।
रिजेक्शन के कारण
- डुप्लीकेट रिकॉर्ड या फोटो
- मोबाइल नंबर या आईडी दोहराव
- अमान्य जन्मतिथि या उम्र सीमा पार
- अवैध या अधूरी मेंबरशिप
होल्ड के कारण
- नाम या पिता का नाम गलत
- जन्मतिथि और मोबाइल मिसमैच
कुल 14,74,374 युवाओं में से केवल 6,01,917 सदस्यता ही स्वीकृत की गई हैं। 5,16,155 आवेदन रिजेक्ट और 3,56,302 आवेदन होल्ड कर दिए गए। यानी जिन युवाओं ने पूरे उत्साह से सदस्यता शुल्क दिया था, उनकी मेहनत और उम्मीदें अब अधर में लटक गई हैं। वित्तीय रूप से देखें तो रिजेक्ट हुई सदस्यताओं के कारण लगभग 2.58 करोड़ रुपए और होल्ड हुई मेंबरशिप के कारण 1.78 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है।
युवाओं में नाराज़गी
चुनाव प्राधिकरण ने होल्ड आवेदन सुधारने के लिए 17 अक्टूबर तक का समय दिया है। लेकिन यूथ कांग्रेस नेताओं का कहना है कि एप काम ही नहीं कर रहा है, जिससे युवा संशोधन भी नहीं कर पा रहे।
नेताओं का मानना है कि यदि डेटा की क्रॉस-चेकिंग कराई जाए, तो हजारों युवाओं की सदस्यता बहाल हो सकती है।
रेस में तीन चेहरे
प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में जबलपुर के यश घनघोरिया, भोपाल के अभिषेक परमार, और ग्वालियर के शिवराज यादव प्रमुख दावेदार हैं।
जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा 26,254 मेंबरशिप दर्ज हुई हैं, जिनमें से 10,259 रिजेक्ट और 4,220 होल्ड की गई हैं।
रिजेक्शन के बड़े आंकड़े को लेकर युवा कांग्रेस नेता शिवराज यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण से शिकायत की है। उनका कहना है कि “इतनी बड़ी संख्या में आवेदन खारिज होना गंभीर चूक है, और इसे ठीक करना संगठन की विश्वसनीयता के लिए जरूरी है।”
