MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो कॉल के जरिए हाल ही में हुए एक गंभीर दलित अत्याचार के मामले में पीड़ित युवक से बिस्तृत जानकारी ली। युवक ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले दतावली गांव के सोनू बरुआ की बोलेरो चलाने का काम छोड़ दिया था और ग्वालियर के दीनदयाल नगर में अपने ससुराल में रहने लगा। सोमवार रात आरोपी ग्वालियर पहुंचे, पीड़ित को जबरन कार में बिठाकर भिंड के सुरपुरा गांव ले गए। वहां उन्होंने उसे बेरहमी से पीटा, जबरन शराब पिलाई और पेशाब पीने के लिए मजबूर किया। पीड़ित की हालत बिगड़ने पर आरोपी उसे वहीं छोड़कर फरार हो गए। पीड़ित ने फोन कर परिजनों को सूचना दी, जिन्होंने उसे अस्पताल पहुंचाया। पटवारी ने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है।
दलित अत्याचारों की बढ़ती श्रृंखला
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह कोई अकेली घटना नहीं है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में मध्य प्रदेश में 7,732 दलित अत्याचार के मामले दर्ज हुए, जो पूरे देश में तीसरे स्थान पर है। भाजपा शासित राज्यों में दलितों के खिलाफ अपराधों का दर सबसे अधिक है।
मप्र ही नहीं, अब पूरे देश का वंचित वर्ग पूछ रहा है @BJP4India को दलितों से क्या दुश्मनी है? क्यों हर बार #MadhyaPradesh दलित उत्पीड़न की दर्दनाक दास्तां लिख रहा है?
मैं इसे मप्र का राजनीतिक दुर्भाग्य ही कहूंगा कि @DrMohanYadav51 मुख्यमंत्री और प्रदेश के गृहमंत्री भी हैं! फिर भी… pic.twitter.com/zbpUqwNXmQ
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 22, 2025
कुछ प्रमुख घटनाएं
- 16 अक्टूबर 2025, कटनी: अवैध रेत खनन का विरोध करने पर दलित युवक को सरपंच के पुत्र और तीन अन्य ने पीटा।
- 27 नवंबर 2024, शिवपुरी: 30 वर्षीय दलित नरद जाटव को बोरवेल विवाद में सरपंच और परिवार ने पीट-पीटकर मार डाला।
- 20 जून 2025, छतरपुर: 19 वर्षीय किशोर पंकज प्रजापति को राशन मांगने पर गोली मारी गई।
- 21 जुलाई 2024, खजुराहो: दलित सफाईकर्मी रोहित वाल्मीकि को पुलिस ने पीटा।
- 25 जुलाई 2024, कटनी: दलित मां और नाबालिग पुत्र को पुलिस ने थाने में पीटा।
कांग्रेस का आरोप
पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में “जुल्म का जंगलराज” कायम है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, जो गृह मंत्री भी हैं, विदेश यात्रा पर रहते हैं, जबकि अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। एनसीआरबी डेटा बताता है कि भाजपा शासित प्रदेश में दलितों पर अपराधों का दर 43.4% है, जो देश में सबसे अधिक है। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा का “सबका साथ, सबका विकास” का नारा खोखला साबित हो रहा है। कांग्रेस पार्टी ने वादा किया कि वह दलितों और वंचितों के अधिकारों की रक्षा के लिए आखिरी सांस तक संघर्ष करेगी और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों पर अडिग रहेगी।
