राजधानी भोपाल में चल रहे चर्चित ड्रग्स मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने हाल ही में 15 सितंबर को कोर्ट में पेश चालान में बताया कि दिल्ली का रहने वाला विशाल उर्फ बादल अरोरा भोपाल मछली गैंग को सबसे अधिक ड्रग्स सप्लाई करता था। वहीं, यासीन का गुर्गा अंशुल नाइजीरियाई गुर्गों के संपर्क में रहता था और ऑर्डर सोशल मीडिया के माध्यम से खास कोड के जरिए किए जाते थे।
चालान में यह भी खुलासा हुआ कि यासीन, अंशुल और बादल के बीच दो दर्जन से अधिक बैंक ट्रांजेक्शन हुए। क्राइम ब्रांच ने आरोपियों की कॉल डिटेल्स निकालकर छह महीने के भीतर हुई बातचीत की पुष्टि की है। यासीन ने अपने मेमोरेंडम में बताया कि अंशुल उर्फ भूरी ड्रग्स लेने के लिए भेजा जाता था, जबकि अंशुल इसे विशाल उर्फ सावन अरोरा से दिल्ली से लाता था।
आरोपी फरार
इस मामले में विशाल अरोरा, डॉ. रहमान मलिक, मोनिस, उमेर पट्टी और सनव्वर अभी भी फरार हैं। सनव्वर की तलाश में पुलिस जब उसके भाई शाकिर के घर पहुंची, तो वह वहां से भाग निकला। इसके बाद शाकिर के खिलाफ आरोपी को संरक्षण देने का मामला दर्ज किया गया और जांच में शाकिर का ड्रग्स से संबंध भी सामने आया।
अलग-अलग राज्यों में सप्लाई
पुलिस ने बताया कि बादल ड्रग्स की डिलीवरी के लिए अंशुल को अलग-अलग राज्यों में भेजता था। प्रमुख डिलीवरी रूट दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान रहे हैं। सावन मूल रूप से पंजाब का रहने वाला है।
चालान में आरोपियों की सूची
क्राइम ब्रांच ने कोर्ट में सैफुद्दीन, शाहरुख, यासीन मछली, शाहवर मछली, अंशुल, बेंचामत (नाइजीरियाई), ओविन्ना (नाइजीरियाई), अमन, लारिब उर्फ बच्चा और शाकिर के खिलाफ चालान पेश किया है। 6 अक्टूबर को आरोप तय करने पर बहस होगी।