भोपाल | पूर्व गृहमंत्री और खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने किसानों की भलाई के लिए एक बड़ी मांग उठाई है। उन्होंने कहा है कि नकली खाद, बीज और कीटनाशक दवाइयाँ बेचने वालों पर सख्त कानून बनना चाहिए। इसके लिए उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि इस अपराध में पकड़े जाने वाले दोषियों को कम से कम 10 साल की सजा दी जाए।
भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश और देश के कई इलाकों में घटिया बीज और नकली दवाइयों के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं। किसान पूरी तरह खेती पर निर्भर रहते हैं। जब बीज या दवाइयाँ खराब निकलती हैं तो उनकी सालभर की मेहनत और कमाई बर्बाद हो जाती है। ऐसी हालत में किसान कर्ज में डूब जाते हैं, जमीन बेचने पर मजबूर हो जाते हैं और कई बार आत्महत्या जैसे गंभीर कदम भी उठा लेते हैं।
अस्थायी पंजीकरण रद्द
उन्होंने यह भी बताया कि शिवराज सिंह चौहान ने पहले भी इस दिशा में बड़े कदम उठाए हैं। हाल ही में सभी अस्थायी पंजीकरण रद्द कर दिए गए हैं और केवल 146 जैव-उत्तेजक उत्पादों को ही मान्यता दी गई है। जबकि पहले बाजार में करीब 30 हजार उत्पाद बिना जांच के बिक रहे थे। इस कार्रवाई के लिए भूपेन्द्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री का आभार भी जताया।
फसल बर्बाद
पूर्व गृहमंत्री ने यह भी कहा कि अगर किसी कंपनी या व्यापारी की वजह से किसानों की फसल बर्बाद होती है, तो उनसे पैसा वसूलकर यह राशि सीधे किसानों को दी जानी चाहिए। सिर्फ लाइसेंस रद्द करना काफी नहीं है, क्योंकि ऐसे लोग नई कंपनी बनाकर फिर से धंधा शुरू कर लेते हैं। इसलिए संसद के जरिए ऐसा कानून लाना जरूरी है, जिससे दोषियों को कड़ी सजा मिले और किसानों को राहत।
आज सागर कार्यालय में पधारे क्षेत्रवासियों, जनप्रतिनिधियों, कर्मठ कार्यकर्ताओं एवं विभिन्न जन समूहों से भेंट की।
इस दौरान जनसामान्य और अन्य सभी की समस्याओं और परेशानियों को सुना एवं उनके शीघ्र निवारणार्थ संबंधित को यथोचित दिशा-निर्देश प्रदान किए।#JantaDarshan #JanSamvad… pic.twitter.com/cbMZRoCi7X
— Bhuppendra Siingh (@bhupendrasingho) August 23, 2025
जीवन के साथ खिलवाड़
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में हुए सुधारों का भी जिक्र किया और कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं। नकली खाद-बीज और दवाइयाँ उनके जीवन के साथ खिलवाड़ करती हैं। इस पर रोक लगाने के लिए अब कठोर कदम उठाना बहुत जरूरी है। भूपेन्द्र सिंह ने उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार जल्द ही इस दिशा में ठोस और कड़ा कानून लाएगी, जिससे किसानों को न्याय और सुरक्षा मिल सके।
