छिंदवाड़ा/भोपाल | छिंदवाड़ा के जेल बगीचा मैदान में आयोजित “किसान बचाओ आंदोलन” ने मध्यप्रदेश की राजनीति को नई दिशा दे दी। इस आंदोलन में हजारों किसानों की मौजूदगी ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार की नीतियों से किसान, आदिवासी और युवा गहरे असंतोष में हैं। आंदोलन का नेतृत्व पूर्व सांसद नकुलनाथ ने किया, जिन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए किसानों के हक़ और आदिवासियों के अधिकारों की लड़ाई को मजबूती से उठाया।
की गई नारेबाजी
नकुलनाथ ने अपने संबोधन की शुरुआत “जय जवान, जय किसान” और “इंकलाब जिंदाबाद” के नारों से की और कहा कि यह नारा कांग्रेस की देन है, जो आज भी किसानों की प्रेरणा बना हुआ है। उन्होंने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि आज भाजपा शासन में किसानों को खाद और सुविधाओं के बजाय लाठियां और एफआईआर मिल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश नशे की राजधानी बन चुका है और अब आदिवासियों की ज़मीनें माफियाओं को बेची जा रही हैं।
पूर्व सांसद ने याद दिलाया कि कांग्रेस सरकार के 15 महीनों में 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया था, जिनमें से केवल छिंदवाड़ा में ही 75 हजार से ज्यादा किसानों को राहत मिली। वहीं भाजपा पर आरोप लगाया कि वह “वोट चोरी” कर सत्ता में आई है और चुनाव आयोग भाजपा का संगठन बनकर काम कर रहा है। नकुलनाथ ने भाजपा पर खाद की कालाबाजारी, झूठे वादे और आदिवासी अधिकारों के हनन का भी आरोप लगाया।
जीतू पटवारी ने कही ये बात
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि किसान खेत में रो रहा है और मुख्यमंत्री भोपाल में सो रहा है। उन्होंने भाजपा सरकार को 50% कमीशन वाली सरकार बताते हुए कहा कि लाड़ली बहनों को ₹3000 का वादा किया गया था, लेकिन केवल ₹1200 दिए जा रहे हैं, जबकि गैस सिलेंडर ₹450 से बढ़ाकर ₹1200 में मिल रहा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भाजपा पर वोट चोरी का आरोप दोहराया और कहा कि 16 लाख वोटों की चोरी के प्रमाण चुनाव आयोग को दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस किसानों की लड़ाई सड़क से सदन तक, जी-जान और पूरी जिम्मेदारी के साथ लड़ेगी! अन्नदाताओं का अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जा सकता!
📍#छिंदवाड़ा
किसान बचाओ आंदोलन | कलेक्ट्रेट घेराव pic.twitter.com/Y04Hc0VjnJ— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) August 20, 2025
लगाए ये आरोप
कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार पर आदिवासियों की जमीनें माफियाओं को बेचने, किसानों को खाद की कमी से जूझने पर मजबूर करने और युवाओं को रोजगार से वंचित करने के गंभीर आरोप लगाए। पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधो ने कहा कि राजीव गांधी ने 21वीं सदी का सपना दिया था, लेकिन भाजपा ने प्रदेश को अपराध और अत्याचार में नंबर वन बना दिया है। वहीं पूर्व मंत्री लखन घंघोरिया ने खाद की कमी को भाजपा सरकार की विफलता करार दिया और चेतावनी दी कि कांग्रेस सत्ता में आकर हर गुनाह का हिसाब लेगी।
यह आंदोलन केवल किसानों की आवाज़ नहीं बल्कि प्रदेश की राजनीति में विपक्ष की ताकत का भी प्रतीक है। मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ती खाद की कालाबाजारी, आदिवासियों की जमीनों पर कब्जे, महंगाई और रोजगार की कमी जैसे मुद्दे अब भाजपा सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। छिंदवाड़ा की यह हुंकार आने वाले चुनावों में भाजपा के खिलाफ एक बड़ा जनसमर्थन खड़ा कर सकती है।