खंडवा में किसानों का गुस्सा अब खुलकर फूटने वाला है। संयुक्त कृषक संगठन ने साफ कर दिया है कि शनिवार को ग्राम टिगरिया में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के साथ दो विधायकों का भी पुतला दहन किया जाएगा। किसानों का आरोप है कि रेल रोको आंदोलन के दौरान किए गए वादे को सांसद ने निभाया ही नहीं, जिससे अब किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
टिगरिया में हुए आंदोलन के दौरान सांसद ने किसानों को भरोसा दिलाया था कि वह उनके प्रतिनिधिमंडल को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलवाएंगे। उन्होंने यहाँ तक कहा था कि आंदोलन खत्म करें, दो दिनों के भीतर मुलाकात निश्चित कराई जाएगी। किसानों ने भरोसा दिखाते हुए आंदोलन खत्म भी कर दिया, लेकिन वादा पूरा तो दूर एक हफ्ता बीत जाने के बावजूद मुलाकात की कोई व्यवस्था तक नहीं की गई।
किसानों में भारी नाराजगी
संयुक्त कृषक संगठन के प्रवक्ता जय पटेल के मुताबिक किसानों में भारी नाराजगी है। पटेल ने कहा, “सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने किसानों से जो कहा, वह सिर्फ जुमला निकला। न समय मिला, न कॉल आया, न कोई सूचना दी गई। किसान रोज पूछते हैं कि अब क्या हुआ, हमें क्या जवाब देना?” आक्रोश उस समय और बढ़ गया जब खंडवा विधायक कंचन तनवे ने भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री से मुलाकात कर ली और सोशल मीडिया पर मीटिंग की तस्वीरें भी पोस्ट कर दीं। किसानों का कहना है कि जिस मुलाकात के लिए उन्हें आश्वासन दिया गया, उस पर तो कोई कदम नहीं उठाया गया, लेकिन विधायक अपने राजनीतिक कामों के लिए तुरंत समय ले आए। इससे किसानों को लगा कि उन्हें जानबूझकर टाला जा रहा है।
फूंकेंगे 2 विधायकों का पुतला
जय पटेल ने बताया कि किसानों ने अब तय कर लिया है कि शनिवार को ग्राम टिगरिया के उसी स्थल पर एकजुट होकर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल के साथ दोनों विधायकों कंचन तनवे और अन्य का पुतला दहन किया जाएगा। संगठन ने इसकी विधिवत सूचना जिला प्रशासन को भी दे दी है। किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो यह आंदोलन और भी बड़ा रूप ले सकता है। गांव-गांव में किसान अपनी रणनीति तय कर रहे हैं और शनिवार को बड़ी संख्या में जुटने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल टिगरिया और आसपास के क्षेत्रों में माहौल काफी गर्म है और सबकी नजरें शनिवार के कार्यक्रम पर टिकी हैं।
