मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। गुरुवार को राजगढ़ पहुंचे दिग्विजय सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि खुद को सनातनी हिंदू कहने वाले मोदी जी ने अपनी मां के देहांत के बाद मुंडन तक नहीं कराया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आप दूसरों को सेवा और संस्कार का पाठ कैसे पढ़ा सकते हैं, जबकि आपने खुद अपनी मां के निधन के समय परंपरा नहीं निभाई?
गालियों की बहस पर पलटवार
बिहार के दरभंगा में कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी को गाली दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस का कोई भी नेता या कार्यकर्ता गालियां नहीं देता। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि मोदी जी खुद गालियां देते रहे हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ उन्होंने बार-बार अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। दिग्विजय ने कहा कि देश की असली समस्या गालियां नहीं बल्कि महंगाई, बेरोजगारी, वोट की चोरी और संविधान पर खतरा है। लेकिन प्रधानमंत्री इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए गालियों की चर्चा करते हैं।
जीएसटी संशोधन पर साधा निशाना
जीएसटी में हाल ही हुए संशोधन को दिग्विजय सिंह ने गरीबों पर बोझ करार दिया। उन्होंने कहा कि भारत शायद एकमात्र देश है, जहां छोटे वर्ग पर ज्यादा टैक्स लगाया जा रहा है और उद्योगपतियों को राहत दी जा रही है। उनके मुताबिक 5 लाख से कम आय वाले लोगों पर 30% तक जीएसटी लगाया जा रहा है, जबकि बड़े उद्योगपतियों पर टैक्स 22% से भी कम है। इसे उन्होंने गरीब विरोधी नीति बताया।
उमंग सिंघार के बयान का समर्थन
प्रदेश की राजनीति पर बोलते हुए दिग्विजय सिंह ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बयान का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सिंघार ने गलत नहीं कहा, क्योंकि प्रदेश में सबसे पहले आदिवासी ही थे। गौरतलब है कि हाल ही में छिंदवाड़ा में सिंघार ने कहा था – “गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं।” इस पर प्रदेशभर में विवाद खड़ा हो गया था।
कार्यकर्ताओं से मुलाकात
राजगढ़ प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह ने सर्वोदय शिविर में हिस्सा लिया और एक-एक कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए अनुशासन और जिम्मेदारी पर जोर दिया।
