भोपाल | राजधानी भोपाल में एक बड़ा ड्रग्स रैकेट पकड़ा गया है, जिसका संचालन अंडरवर्ल्ड के कुख्यात गुर्गे सलीम डोला द्वारा किया जा रहा था। यह खुलासा हाल ही में डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की कार्रवाई में हुआ। बताया जा रहा है कि सलीम डोला का कनेक्शन सीधे डी कंपनी से रहा है और वह लंबे समय से भारत में ड्रग्स नेटवर्क फैलाने की कोशिश कर रहा था।
जगदीशपुर इलाके में छापा
जून 2025 में सलीम डोला को दुबई से भारत लाया गया था। इसके बाद उस पर लगातार खुफिया एजेंसियों की नजर थी। तीन दिन पहले डीआरआई टीम ने भोपाल के पास जगदीशपुर इलाके में छापा मारा। यहां एक बड़ी एमडी ड्रग्स (मेथाम्फेटामाइन) बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई, जहां से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स की सप्लाई की जाती थी।
छापे के दौरान मौके से भारी मात्रा में रासायनिक पदार्थ, उपकरण और पैकिंग सामग्री जब्त की गई। जांच एजेंसियों का कहना है कि यह नेटवर्क भारत से लेकर मध्य पूर्व और एशियाई देशों तक फैला हुआ था।
7 आरोपी गिरफ्तार
- प्रशांत थोरट
- इदरीस
- रज्जाक
- अब्दुल फैसल कुरैशी
- अंजली राजपूत
- वीरन शाह
- अशरफ रेन
सभी आरोपियों को डीआरआई मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है। पूछताछ में और बड़े नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन
जांच एजेंसियों के अनुसार भोपाल का यह ड्रग्स रैकेट अब पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ चुका है। फैक्ट्री में बनने वाला एमडी ड्रग्स न केवल भारत में बल्कि विदेशी बाजारों में भी भेजा जाता था। इसके पीछे करोड़ों का कारोबार जुड़ा हुआ है।
देशभर में फैला सप्लाई चैन
अधिकारियों का कहना है कि ड्रग्स माफिया युवाओं को निशाना बना रहे हैं और देशभर में सप्लाई चैन फैला चुके हैं। सलीम डोला की गिरफ्तारी और फैक्ट्री के खुलासे से ड्रग्स नेटवर्क को तगड़ा झटका लगा है। अब सुरक्षा एजेंसियां इस बात की गहराई से जांच कर रही हैं कि भोपाल सहित मध्य प्रदेश में ड्रग्स माफिया की जड़ें कितनी गहरी हैं और इसमें और कौन-कौन शामिल है।
