मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने अभ्यर्थियों को सतर्क रहने की सलाह दी है। आयोग ने अपनी वेबसाइट पर एक जरूरी सूचना जारी करते हुए कहा है कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और योग्यता आधारित है। अगर कोई व्यक्ति या एजेंट इंटरव्यू या परीक्षा में पास कराने के नाम पर पैसे या किसी तरह के लाभ की मांग करता है, तो उसकी शिकायत सीधे आयोग को करें। सूचना में स्पष्ट लिखा गया है कि शिकायतें सचिव, लोक सेवा आयोग के ईमेल secretary-mp@nic.in पर भेजी जा सकती हैं और हर शिकायत को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
सतर्कता के तौर पर उठाया कदम: अधिकारी
इस सूचना को लेकर MPPSC इंदौर के ओएसडी डॉ. आर. पंचभाई ने बताया कि यह सूचना किसी विशेष घटना के कारण नहीं, बल्कि सावधानी और सतर्कता के तहत जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि इन दिनों आयोग में कई पदों के इंटरव्यू चल रहे हैं जैसे सहायक प्राध्यापक, क्रीड़ा अधिकारी, ग्रंथपाल (उच्च शिक्षा) और विशेषज्ञ मेडिकल ऑफिसर। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि किसी भी उम्मीदवार के साथ धोखाधड़ी न हो, इसलिए पहले से ही सतर्क किया जा रहा है।”
NEYU ने कहा
आयोग की इस घोषणा के बाद नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (NEYU) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अब MPPSC अभ्यर्थी व्हिसलब्लोअर बन सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति आयोग के नाम पर पैसा मांगता है या चयन में मदद का दावा करता है, तो तुरंत शिकायत करें। NEYU ने इस कदम का स्वागत किया और इसे युवाओं के हित में बड़ा फैसला बताया। NEYU के सदस्य रंजीत किसानवंशी ने कहा कि यह वही कदम है जिसकी मांग यूनियन लंबे समय से कर रही थी। उन्होंने बताया कि कई बार आयोग को ज्ञापन देकर कहा गया था कि भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाई जाए और फर्जी दलालों पर लगाम लगाई जाए।
किसानवंशी ने कहा, “हम आयोग का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया। उम्मीद है यह केवल औपचारिकता न रह जाए, बल्कि इस पर सख्ती से अमल हो, ताकि युवाओं का भरोसा बना रहे।”
युवाओं में मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस सूचना के बाद अभ्यर्थियों के बीच राहत और सतर्कता दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ छात्रों ने कहा कि इससे फर्जीवाड़ा कम होगा, वहीं कई लोगों ने सुझाव दिया कि आयोग को ऐसे मामलों पर त्वरित कार्रवाई भी दिखानी चाहिए।
