रीवा में नगर निगम द्वारा स्थापित की जाने वाली स्व. श्रीनिवास तिवारी की प्रतिमा के मामले में पुलिस विभाग द्वारा अड़ंगा लगाए जाने को पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने इसे द्वेषपूर्ण करार देते हुए मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है।
अजय सिंह ने बताया कि नगर निगम परिषद ने 31 मार्च 2018 को सर्वसम्मति से स्व. तिवारी की प्रतिमा एसएएफ चौराहे पर लगाने का प्रस्ताव पास किया था। इसके लिए तीस दिसंबर 2022 को टेंडर जारी किया गया और 20 सितंबर 2023 को कार्य आदेश भी जारी हो गया। नगर निगम ने सभी आवश्यक विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिए थे, लेकिन पुलिस विभाग ने इसे मंजूरी नहीं दी, जिसके कारण प्रतिमा लगाने का काम रुक गया।
आपत्ति दर्ज
नगर निगम पिछले दस दिनों से एसएएफ चौराहे में प्रतिमा लगाने का कार्य कर रहा था, लेकिन पुलिस विभाग के अधिकारियों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कार्य रोक दिया। अजय सिंह ने कहा कि यह जमीन मध्यप्रदेश शासन की है, चाहे वह नगर निगम की हो या पुलिस विभाग की। तकनीकी कारण बताकर रोक लगाना उचित नहीं है और इसे द्वेषपूर्ण कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने जोर देकर कहा कि स्व. श्रीनिवास तिवारी विन्ध्य की माटी के सपूत और इलाके के प्रतिष्ठित नेता थे। उनकी प्रतिमा का जन्मदिन पर अनावरण होना तय था, लेकिन रोक के कारण यह खतरे में पड़ गया। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें ताकि प्रतिमा स्थापना में आ रही बाधाओं को हटाया जा सके और 17 सितंबर को प्रतिमा का अनावरण समय पर हो सके।
जल्द सुलझेगा मामला
अजय सिंह ने यह भी कहा कि जनता के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है और ऐसे मामलों में राजनीतिक द्वेष या विभागीय अड़ंगे नहीं होने चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि प्रशासन शीघ्र कार्यवाही करते हुए प्रतिमा स्थापना को सुनिश्चित करेगा और विन्ध्य क्षेत्र के लोग अपने प्रिय नेता को सम्मान दे पाएंगे।
नगर निगम और स्थानीय प्रशासन इस विवाद के बावजूद प्रतिमा स्थापना के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप से यह मामला जल्द सुलझ जाएगा।
