सतना जिले के टिकुरिया टोला डाली बाबा मार्ग पर हुए गोलीकांड में घायल युवक अंकुर गुप्ता को जिला अस्पताल से रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन 24 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी उसका उचित इलाज शुरू नहीं हुआ। घायल के कंधे में अब तक गोली फंसी हुई है और वह दर्द से कराह रहा है।
अंकुर गुप्ता को गोली लगने के बाद परिजन तुरंत उसे सतना जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए रीवा रेफर कर दिया। परिजनों को उम्मीद थी कि बड़े अस्पताल में इलाज बेहतर तरीके से होगा, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उन्हें सिर्फ इंतजार और अनसुनी ही मिली।
पिता ने दी ये जानकारी
परिजनों ने बताया कि रीवा मेडिकल कॉलेज में कोई भी डॉक्टर मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा। अंकुर के पिता ने बताया कि 24 घंटे से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन न कोई सर्जरी की गई, न कोई सही जवाब मिल रहा है। उन्होंने कहा कि घायल को केवल दर्द निवारक इंजेक्शन देकर छोड़ दिया गया है।
लापरवाही का आरोप
एक रिश्तेदार ने बताया कि पीड़ित के परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टर बार-बार उन्हें अलग-अलग विभागों में भटकाते रहे। कभी कहा जाता है कि एक्स-रे रिपोर्ट आने दो, तो कभी कहा जाता है कि सीनियर डॉक्टर आएंगे तब ऑपरेशन होगा। घायल के परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल स्टाफ उन्हें गुमराह कर रहा है। किसी को नहीं पता कि ऑपरेशन कब होगा, गोली अभी तक वहीं फंसी है और बच्चा दर्द से तड़प रहा है।
उसकी फिक्र नहीं
स्थानीय लोगों का कहना है कि रीवा मेडिकल कॉलेज में अक्सर गंभीर मरीजों के इलाज में देरी की शिकायतें सामने आती रहती हैं। यह मामला भी मेडिकल स्टाफ की लापरवाही को उजागर करता है। परिजन अब शासन-प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द घायल अंकुर का ऑपरेशन किया जाए, ताकि उसकी जान बचाई जा सके। अंकुर गुप्ता के पिता ने कहा कि हम अपने बेटे को बचाने के लिए यहां आए थे, लेकिन यहां तो किसी को उसकी फिक्र ही नहीं है।