भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लिए रीवा लोकायुक्त टीम ने शनिवार को सीधी जिले में एक और बड़ी कार्रवाई की। चुरहट तहसील के ग्राम टिकर खुर्द में पदस्थ पटवारी शिव प्रताप सिंह को 2,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई इलाके में तब चर्चा का विषय बन गई जब यह पता चला कि आरोपी ने जमीन संबंधी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुल 5,000 रुपए की मांग की थी।
5 हजार की मांग
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण ने पटवारी से अपने जमीन संबंधी कागजों के नवीनीकरण और प्रतिवेदन तैयार करवाने का आवेदन दिया था। लेकिन काम आगे बढ़ाने की बजाय पटवारी ने उससे 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर डाली। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी लोकायुक्त रीवा को दी। टीम ने तुरंत योजना बनाकर जाल बिछाया और शनिवार को जैसे ही पटवारी ने पहली किस्त के रूप में 2 हजार रुपए लिए, टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
तीन दिन में दूसरी बड़ी कार्रवाई
लोकायुक्त की यह कार्रवाई पिछले तीन दिनों में दूसरी बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे पहले भी रीवा लोकायुक्त ने सरकारी कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से सरकारी दफ्तरों में हलचल मच गई है। अधिकारी अब अपने कामकाज को लेकर अधिक सतर्क नजर आ रहे हैं।
किया गया रासायनिक परीक्षण
लोकायुक्त टीम ने ट्रैप कार्रवाई के दौरान रिश्वत की गई रकम को बरामद कर रासायनिक परीक्षण कराया, जिसमें नोटों पर लगे गुलाबी रंग से पुष्टि हो गई कि आरोपी ने रिश्वत की रकम हाथ में ली थी। इसके बाद उसे तत्काल हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया गया।
जनता में बढ़ा भरोसा
इस कार्रवाई के बाद इलाके में चर्चा है कि लोकायुक्त की सक्रियता से आम नागरिकों का भरोसा बढ़ा है। लोग अब बिना डर शिकायतें करने आगे आ रहे हैं। वहीं, सरकारी अमले में खौफ साफ दिख रहा है। लोकायुक्त सूत्रों के अनुसार, आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की पूछताछ की जा रही है। फिलहाल टीम उसके बैंक खातों और संपत्ति की भी जांच में जुटी है।
