विदेशी महिला क्रिकेटरों के साथ हुई छेड़खानी की घटना को लेकर अब MP की सियासत गर्मा गई है। इस पूरे मामले में राज्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान ने विवाद को और हवा दे दी है। मंत्री ने खिलाड़ियों को नसीहत देते हुए कहा था कि उन्हें बाहर निकलते समय स्थानीय अधिकारियों को सूचित करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस इस बयान पर भड़क उठी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंत्री के बयान को “जंगलराज का सबूत” बताया। उन्होंने कहा कि यह बयान साफ दिखाता है कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है।
पटवारी ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “अगर विदेश से आई महिला खिलाड़ी बाहर घूमने जाएं, तो उनके साथ कितनी महिला कांस्टेबल भेजी जाएगी? मंत्री का बयान खुद मानता है कि सरकार सुरक्षा नहीं दे पा रही।”
मंत्री की नसीहत पर सवाल
कैलाश विजयवर्गीय का यह कहना कि खिलाड़ी ‘ओपन घूमने’ से बचें, विपक्ष को नागवार गुज़रा। पटवारी ने पलटवार करते हुए कहा, “अगर महिलाएं खुलकर घूम नहीं सकतीं, तो फिर यह प्रदेश कैसा है? मंत्री का बयान बताता है कि सरकार खुद अपने कर्तव्य से भाग रही है। यह तो खुला जंगलराज है, जहां अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और नेता जिम्मेदारी से बचते हैं।”
कांग्रेस की मांग
कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों को सख्त सजा दी जाए। पार्टी ने कहा कि यह शर्मनाक है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की महिला खिलाड़ियों के साथ ऐसी घटना हो रही है और सरकार जिम्मेदारी टालने में लगी है। पटवारी ने कहा कि कांग्रेस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार आवाज़ उठाती रहेगी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी सरकार सिर्फ नारे देती है, लेकिन ज़मीन पर महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह भगवान भरोसे है।
सरकार पर बढ़ा दबाव
अब इस घटना के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। जनता के बीच भी यह चर्चा तेज है कि अगर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम महिलाओं की स्थिति क्या होगी। आने वाले दिनों में यह मुद्दा विधानसभा तक गूंजने की पूरी संभावना है।
