भोपाल | राजधाी भोपाल में मेट्रो सफर अब सिर्फ मेट्रो तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि रेलवे प्लेटफॉर्म तक भी इसकी पहुंच बनने जा रही है। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाद अब भोपाल जंक्शन को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने की योजना पर काम शुरू हो गया है। यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए मेट्रो कॉर्पोरेशन यहां या तो फुटओवर ब्रिज बनाएगा या फिर अंडरग्राउंड सबवे।
प्लेटफॉर्म 6 के पास बनेगा मेट्रो स्टेशन
भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 6 के पास मेट्रो का अंडरग्राउंड स्टेशन प्रस्तावित है। यहां खुदाई व आधारभूत काम की तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। चूंकि यह स्टेशन रेलवे के व्यस्त इलाके में बनेगा, इसलिए यात्रियों की आवाजाही आसान और सुरक्षित हो—इसके लिए मेट्रो कॉर्पोरेशन दो प्लान पर काम कर रहा है।
देगा बेहतर कनेक्टिविटी
मेट्रो और रेलवे के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पहला विकल्प फुटओवर ब्रिज का है। यदि मेट्रो स्टेशन केवल प्लेटफॉर्म नंबर 6 से जोड़ा जाना है तो ट्रैक के ऊपर से गुजरने वाला फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। यात्री सीधे ऊपर से होकर मेट्रो स्टेशन तक पहुंच सकेंगे, लेकिन यदि रेलवे के प्लेटफॉर्म नंबर 1 को भी इस कनेक्शन में शामिल किया गया तो मामला ज्यादा बड़ा हो जाएगा। ऐसे में सबवे बनाना ज्यादा बेहतर विकल्प होगा, जो अंडरग्राउंड होगा और दोनों प्लेटफॉर्म्स को मेट्रो से जोड़ देगा।
पैदल यात्रियों को राहत
अभी जो यात्री मेट्रो से उतरकर रेलवे स्टेशन तक पहुंचते हैं, उन्हें लंबा चक्कर काटकर स्टेशन तक आना पड़ता है, जो थकाऊ और समय लेने वाला होता है। प्रस्तावित ब्रिज या सबवे के जरिए यह दूरी न के बराबर हो जाएगी। यात्रियों को ट्रैफिक जाम में फंसने की जरूरत नहीं होगी, साथ ही रेलवे और मेट्रो का सफर पूरी तरह एक-दूसरे से जुड़ जाएगा।
RKMP पर स्काई वॉक तैयार
इससे पहले रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को मेट्रो स्टेशन से जोड़ने का काम भी अंतिम चरण में है। यहां करीब 70 मीटर लंबा स्काई वॉक तैयार किया गया है, जो दोनों स्टेशनों को जोड़ेगा। इससे यात्री सीधे एक से दूसरे स्टेशन तक पहुंच सकेंगे, वह भी बिना किसी सड़क पार किए या वाहन का सहारा लिए।
ट्रैफिक से मिलेगी राहत
भोपाल रेलवे स्टेशन को मेट्रो से जोड़ने की योजना मौजूदा मेट्रो प्रोजेक्ट में शामिल नहीं थी। इसलिए इसे अलग से प्रस्तावित किया गया है और इसके लिए विशेष बजट और प्लानिंग तैयार की जा रही है। यह योजना सिर्फ स्टेशन कनेक्टिविटी तक सीमित नहीं है, बल्कि शहर के यातायात दबाव को भी कम करेगी। हर दिन हजारों यात्री भोपाल रेलवे स्टेशन से सफर करते हैं। अगर ये यात्री सीधे मेट्रो से स्टेशन तक पहुंचेंगे, तो बस स्टैंड, ऑटो और टैक्सी पर भीड़ घटेगी और शहर को ट्रैफिक से थोड़ी राहत मिलेगी।