मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) भोपाल में शुक्रवार सुबह Recent Trends in Computing and Smart Mobility Conference (RCSM 2025) का औपचारिक उद्घाटन हुआ। कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सम्मेलन में देश-विदेश के शोधकर्ता, उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविद और विद्यार्थी बड़ी संख्या में शामिल हुए। आने वाले दशक की तकनीकी जरूरतों, चुनौतियों और नवाचारों पर व्यापक चर्चा का मंच तैयार करना।
सम्मेलन का मुख्य फोकस आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ऑटोनॉमस एवं इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, स्मार्ट ग्रिड्स, सस्टेनेबल ट्रांसपोर्टेशन मॉडल्स और नेक्स्ट-जनरेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजीज़ पर रखा गया है। उद्घाटन भाषण में डॉ. अमित ओझा ने कहा कि तेजी से विकसित हो रही ये तकनीकें आने वाले समय की डिजिटल अवसंरचना की रीढ़ बनेंगी और इनके शोध व विकास के लिए मजबूत मंच की जरूरत है।
देश के प्रमुख संस्थानों के निदेशक रहे शामिल
उद्घाटन सत्र में एनआईटी सिक्किम के निदेशक प्रो. एच.सी. गोविल ने अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि तकनीकी परिवर्तन जिस रफ़्तार से दुनिया को नया आकार दे रहा है, उसमें शोध आधारित नवाचार ही सबसे बड़ी ताकत है। मुख्य अतिथि के रूप में IIT जम्मू के निदेशक प्रो. मनोज सिंह गौर ने उन्नत कंप्यूटिंग और स्मार्ट मोबिलिटी टेक्नोलॉजी की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि “भारत वैश्विक तकनीकी नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है, और ऐसे सम्मेलन युवाओं को सही दिशा देते हैं।”
विशिष्ट अतिथि के तौर पर उपस्थित IEEE MP सेक्शन के चेयरमैन प्रो. जी.एस. तोमर ने टिकाऊ व स्मार्ट मोबिलिटी समाधानों की बढ़ती मांग पर जोर दिया। वहीं MANIT भोपाल के निदेशक प्रो. के.के. शुक्ला ने संस्थान की रिसर्च और इनॉवेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।
सम्मेलन में रहा अभूतपूर्व उत्साह
सम्मेलन में कुल 1983 शोध पत्र मिले, जिनमें से 438 को पीयर-रिव्यू प्रक्रिया के बाद चुना गया। इनमें 385 पेपर्स 312 भारत, 30 अमेरिका, 37 चीन और एक नाइजीरिया से रजिस्टर हुए। आयोजकों ने बताया कि यह सहभागिता RCSM को वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाने में मदद करेगी। टेक्निकल सेशंस में AI मॉडलिंग, ऊर्जा-कुशल मोबिलिटी, स्मार्ट ग्रिड इंटिग्रेशन और IoT आधारित सुरक्षा समाधान जैसे विषयों पर चर्चा जारी रहेगी।
धन्यवाद ज्ञापन
समारोह का समापन डॉ. विजय भास्कर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने ऑर्गनाइजिंग टीम, तकनीकी समीक्षकों और छात्र वॉलंटियर्स के योगदान को सराहा। उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन उपयोगी शोध सहयोग, नए विचारों और तकनीकी समाधान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। RCSM 2025 से निकले विचार और शोध भविष्य की स्मार्ट और टिकाऊ मोबिलिटी के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
