रीवा जिले की पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है। त्योंथर जनपद की 62 पंचायतों में गड़बड़ियों की जांच पूरी होने के बाद अब वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कलेक्टर ने तहसीलदार त्योंथर को पत्र भेजकर आदेश दिया है कि संबंधित पूर्व सरपंचों से कुल 1 करोड़ 37 लाख 35 हजार 316 रुपए की वसूली की जाए और सात दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
5 साल बाद मिला फैसला
यह कार्रवाई पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम की धारा 92 के तहत की जा रही है। दरअसल, सालों पहले पंचायतों में निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे, लेकिन काम अधूरा या घटिया निकला। जांच में अनियमितता साबित होने के बाद दोषियों को धारा 89 के तहत अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था। करीब पांच साल तक चली सुनवाई के बाद अब यह तय हुआ कि सरपंचों और सचिवों से गबन की रकम वापस ली जाएगी।
सरपंच दोषी निकले
जिले के कलेक्टर ने बताया कि हर पंचायत में अनियमितता की मात्रा अलग-अलग रही। कुछ जगहों पर एक ही सरपंच जिम्मेदार निकले तो कई पंचायतों में दो या तीन पूर्व सरपंचों की भूमिका पाई गई। कलेक्टर ने साफ कहा, “जिसके कार्यकाल में जितनी गड़बड़ी हुई है, उसी अनुपात में वसूली की जाएगी।” जिन पंचायतों में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई है, उनमें कोरांव, गोंद खुर्द, फरहदी, टंगहा, चौखड़ा, मझिगवां, कुठिला, अमांव, डाढा कला, गंगतीरा, पड़िवार, जमुई, गोंद कला, झोटिया, तुर्कागोंदर, परसिया, पनासी, गढ़ी, बरेठी कला, सोहरवा, रेही, रिसदा, खाम्हा, पुरवा मनीराम, अंजोरा, डीह, सूती, नौबस्ता, पटहट, बरुआ, धुदामा, घटेहा, पंक्षा, ढखरा, डोड़किया, चंद्रपुर, कोनिया कला, सरुई, सोहागी और कोटरा कला शामिल हैं।
यह हैं कुछ पंचायतों के दोषी सरपंच
- टंगहा: बिटोल, कमलेश कुमारी, रेखा देवी
- चौखड़ा: मोतीलाल, पन्नालाल
- अमांव: रतन देवी, छंगूलाल कोरी
- डाढ़ा कला: गायत्री देवी, लालजी कोल
- पड़िवार: उमेश कली, विद्यावती तिवारी
- डीह: अंजना सिंह, बनवारी लाल
- घटेहा: रामधनी, सत्यभामा, रामजी यादव
- डोड़किया: निर्मला देवी, कुसुमकली
- ढखरा: मुन्नीलाल कोल, लक्षमिनिया
- चंद्रपुर: मौजीलाल, रामकृपाल
- अंजोरा: रामगरीब कोल, गुलसबा बेगम
अब वसूली की बारी
अब प्रशासन के आदेश के बाद सभी दोषी सरपंचों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। अगर तय समय में राशि जमा नहीं की गई, तो कुर्की की कार्रवाई भी की जा सकती है। कलेक्टर ने कहा, “भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकारी धन की एक-एक पाई वापस लाई जाएगी।”
