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सीधी में लीला साहू के गांव की सड़क कराई मंजूर, बन रही है DPR

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Published On: 14 July 2025

सीधी | मध्य प्रदेश के सीधी जिले के खड्‌डी खुर्द गांव की 8 गर्भवती महिलाओं ने खराब सड़क के खिलाफ मोर्चा खोला है। इनकी अगुआई बघेली भाषा में सक्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर लीला साहू कर रही हैं, जो खुद भी गर्भवती हैं। सड़क की मांग को लेकर लीला ने सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो और पोस्ट किए। अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है। बीजेपी सांसद डॉ. राजेश मिश्रा के एक बयान पर विवाद खड़ा हो गया, जिसमें उन्होंने कहा था, “हर डिलीवरी की एक्सपेक्टेड डेट होती है। उसके एक हफ्ते पहले ही उठवा लेंगे।”

इस बयान पर कांग्रेस समेत विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसे असंवेदनशील बताया। सोमवार को भोपाल में सांसद मिश्रा ने इस बयान और सड़क स्वीकृति को लेकर दस्तावेज पेश किए।

DPR हो रही तैयार: सांसद

डॉ. मिश्रा ने कहा कि खड्‌डी खुर्द से गजरी होते हुए बगैहा टोला तक की सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के चौथे चरण में स्वीकृत हो गई है। उन्होंने बताया, “मैं जून में सांसद बना, अगस्त में ये मामला सामने आया। अक्टूबर में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मार्ग को अति महत्वपूर्ण सड़कों की सूची में शामिल कराने का अनुरोध किया था। अब इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन रही है। काम जल्द शुरू होगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि लीला साहू की पिछली बार की मांग अलग थी। “पहले उन्होंने खड्‌डी से सेंदवा तक की सड़क की मांग की थी, जो डूब क्षेत्र में आती है। शायद इसीलिए उन्होंने अब खड्‌डी से गजरी वाया बगैहा टोला तक का नया मार्ग सुझाया है,” सांसद ने कहा।

बयान पर दी सफाई

गर्भवती महिलाओं को लेकर दिए गए ‘उठवा लेंगे’ बयान पर मिश्रा ने सफाई दी। बोले, “हमारा आशय यह था कि हमारी आशा कार्यकर्ता, एएनएम, आंगनवाड़ी व स्वास्थ्य अमला मिलकर समय रहते गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाते हैं। इस प्रक्रिया में हम पूरी तरह सक्षम हैं।” उन्होंने कहा कि आज गांव-गांव में टीकाकरण, गोद भराई और प्रसव पूर्व जांच की सुविधाएं हैं। मैंने यह बात सिस्टम की मजबूती को लेकर कही थी, न कि किसी के अपमान के लिए”।

“भर्ती होना चाहें तो पूरी सुविधा देंगे”

पत्रकारों के सवाल पर सांसद ने कहा कि यदि कोई महिला समय रहते अस्पताल में भर्ती होना चाहे तो प्रशासन उसकी पूरी मदद करेगा। “हम भोजन, पानी, दवा से लेकर अन्य जरूरतें पूरी कराएंगे। सरकार का मकसद सिर्फ और सिर्फ सेवा देना है।” सांसद ने दावा किया कि गांव की सड़क पहले चलने लायक थी, लेकिन नल-जल योजना के तहत की गई खुदाई के चलते सड़क ज्यादा खराब हो गई। “जैसे ही DPR प्रक्रिया पूरी होती है, निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा।”

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