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भोपाल में कार्बाइड गन और पटाखों की सुरक्षा जांच, कलेक्टर ने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर मरीजों का जाना हाल

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Published On: 24 October 2025

दीपावली के उत्सव के मद्देनज़र भोपाल जिले में सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में अनुविभागीय अधिकारियों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में आयोजित विशेष अभियान के तहत पटाखों और प्रतिबंधित कार्बाइड गन की बिक्री पर सख्त कार्रवाई की। कलेक्टर ने हमीदिया अस्पताल जाकर कार्बाइड गन के कारण घायल हुए व्यक्तियों और बच्चों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत कर बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। घायल व्यक्तियों को राहत देने के लिए मौके पर ही रेड क्रॉस के माध्यम से प्रत्येक व्यक्ति को ₹5000 आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई गई।

अस्पताल में पिछले दिनों 186 नेत्र चोट (Eye Injury) के मामले दर्ज किए गए, जिनका उपचार चल रहा है। इनमें से 15 लोगों को सर्जिकल इलाज की आवश्यकता पड़ी, जबकि 10 मामलों में गंभीर रूप से आंखों को चोटें लगी हैं।

पटाखों और कार्बाइड गन की जब्ती

कलेक्टर के निर्देशानुसार गठित दल ने आनंद नगर, निशातपुरा, छोला, बैरसिया और अन्य क्षेत्रों में आतिशबाजी दुकानों का निरीक्षण किया। जांच के दौरान कुल 55 कार्बाइड गन जब्त की गईं, जिन पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। जिले में प्रतिबंधित पटाखों और कार्बाइड गन की बिक्री रोकने के लिए धारा 163, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश भी जारी किए गए हैं। इस आदेश के तहत ग्यारस, नववर्ष और विवाह समारोहों में कार्बाइड गन का प्रयोग सख्ती से रोका जाएगा।

विशेष अभियान

कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ऐसे कार्बाइड गन की जप्ती के लिए विशेष अभियान चलाएं और प्रत्येक दुकानदार पर निगरानी रखें। इसके अलावा, अस्पतालों में बेड रिजर्व रखने और आपातकालीन व्यवस्थाओं को तैयार रखने के आदेश दिए गए। अधिकारी और प्रशासनिक दल लगातार यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि दीपावली के दौरान किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो। कलेक्टर ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि त्योहार में खुशी हो, लेकिन सुरक्षा और स्वास्थ्य को किसी भी हाल में नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।”

जनता से अपील

जिला प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे प्रतिबंधित कार्बाइड गन और अवैध पटाखों का प्रयोग न करें। बच्चों और युवाओं को भी आग और विस्फोटक उपकरणों से दूर रखने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशों के अनुसार, यह अभियान लगातार जारी रहेगा और सभी अस्पतालों में घायल व्यक्तियों का इलाज समय पर किया जाएगा। प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।

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