भोपाल की पहचान बनी बड़ी झील एक बार फिर बड़े खेल आयोजन की गवाह बनने जा रही है। 26 नवंबर से अगले पांच दिन तक यहां देशभर के चुनिंदा खिलाड़ियों का जमावड़ा लगेगा। दरअसल, यहां दो बड़े राष्ट्रीय रोइंग इवेंट्स का एक साथ आयोजन होगा। इनमें 8वीं इंटर-स्टेट चैलेंजर्स और 45वीं जूनियर नेशनल रोइंग चैंपियनशिप शामिल हैं। खेल विभाग इस इवेंट की मेजबानी करेगा, जबकि रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया तकनीकी सहयोग दे रहा है।
इन दोनों प्रतियोगिताओं में देश के 23 राज्यों से लगभग 500 युवा खिलाड़ी भोपाल पहुंचेंगे। प्रतिभागी आधुनिक रोइंग बोट्स पर अपनी ताकत, गति और संतुलन का प्रदर्शन करेंगे। जूनियर और इंटर-स्टेट दोनों श्रेणियों की स्पर्धाएं ऊपरी झील में होंगी, जिसे विशेषज्ञ रोइंग के लिए देश के सर्वश्रेष्ठ जल क्षेत्रों में गिनते हैं।
अपर लेक
अपर लेक पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के वाटर स्पोर्ट्स इवेंट्स की सफल मेजबानी कर चुकी है। शांत पानी, अनुकूल जल क्षेत्र और सुंदर प्राकृतिक माहौल इसे खिलाड़ियों के लिए आदर्श बनाते हैं। इस बार भी बोट हाउस, वार्मअप ज़ोन, सुरक्षा व्यवस्था, मेडिकल टीम, लाइफगार्ड और टेक्निकल सेटअप समेत सभी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। आयोजन टीम का कहना है कि यह चैंपियनशिप खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए खास अनुभव साबित होगी।
पर्यटन को नया बूस्ट
सरकार का मानना है कि इस आयोजन से न सिर्फ खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा बल्कि प्रदेश के खेल स्तर और आयोजन क्षमता का संदेश पूरे देश में जाएगा। रोइंग एक ओलंपिक स्पोर्ट है, ऐसे में इस स्तर का आयोजन युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मंच देने के साथ प्रदेश में खेल पर्यटन को भी नई ऊंचाई देगा। खेल एवं युवा कल्याण विभाग का उद्देश्य है कि अधिक से अधिक युवा रोइंग जैसे तकनीकी और चुनौतीपूर्ण खेल से जुड़ें। विभाग इसे राज्य के वाटर स्पोर्ट्स सेक्टर में बड़ा निवेश मान रहा है।
तैयारियों का पूरा ब्लूप्रिंट
- जलपथ का मार्किंग
- सुरक्षा व्यवस्था
- बोट चेकिंग
- मेडिकल और रेस्क्यू टीम
- खिलाड़ियों के लिए ठहरने और भोजन की व्यवस्था
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से ट्रैक तैयार करना
सभी काम पूरे कर लिए गए हैं। आयोजन समिति का दावा है कि भोपाल की यह चैंपियनशिप देश के श्रेष्ठ रोइंग इवेंट्स में से एक साबित होगी।
