भोपाल | राजधानी भोपाल के हृदय स्थल माने जाने वाले टीटी नगर इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे मोहल्ले को सन्न कर दिया। तुलसी नगर में रहने वाली 27 वर्षीय महिला डॉक्टर शिवांगी यादव ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने जब उन्हें फंदे से लटकते देखा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
घटना रात करीब आठ बजे की है। घर के एक कमरे में शिवांगी को फंदे पर झूलता देख परिवार में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल उसे जेपी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब पुलिस इस पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ने में जुट गई है, हालांकि अभी तक कोई ठोस वजह सामने नहीं आ सकी है।
सन्नाटा छोड़ गई होनहार डॉक्टर
शिवांगी यादव एक निजी अस्पताल में बतौर डॉक्टर सेवाएं दे रही थीं। परिवार की बात करें तो उनके पिता कृष्ण कुमार यादव होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज से रिटायर्ड हैं। एक पढ़ा-लिखा और प्रतिष्ठित परिवार होने के बावजूद, यह आत्मघाती कदम सबके लिए अबूझ पहेली बन गया है।
टीटी नगर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन उनके पास फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि शिवांगी ने यह कदम क्यों उठाया। प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस ने उनका मोबाइल जब्त कर लिया है, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा सकता है। यही मोबाइल अब शायद इस पूरे रहस्य से पर्दा उठा सके।
सवालों में उलझा मामला
घटना के बाद से पड़ोसी और परिचित दहशत में हैं। कोई मानने को तैयार नहीं कि शिवांगी जैसा व्यवहारिक और जिम्मेदार स्वभाव की युवती ऐसा कदम उठा सकती है। न तो किसी रिश्ते में विवाद की कोई बात सामने आई, न ही करियर को लेकर किसी तनाव का जिक्र अब तक हुआ है। यह खामोशी अब और ज्यादा खौफनाक हो गई है, क्योंकि बिना किसी सुसाइड नोट के मामला और भी उलझ गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था और बुधवार दोपहर परिजनों को सौंप दिया गया। अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और मोबाइल फोन से जुड़ी जानकारियां ही आगे की दिशा तय करेंगी।
निजी परेशानियों का इशारा या कुछ और?
ऐसे मामलों में अक्सर मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह या रिलेशनशिप ट्रॉमा जैसे पहलुओं की भूमिका हो सकती है। फिलहाल, पुलिस किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से बच रही है। उन्होंने साफ किया है कि जांच सभी पहलुओं पर होगी- चाहे वो व्यक्तिगत हों, पेशेवर या सामाजिक।