भोपाल | दुबई यात्रा के दूसरे दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दुबई के टेक्सटाइल मर्चेंट्स ग्रुप (TEXMAS) के दफ्तर का दौरा किया। उन्होंने वहां के बड़े कपड़ा कारोबारियों से मुलाकात की और निवेश और व्यापार से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। बातचीत का फोकस भारत-यूएई के बीच CEPA समझौते के तहत टेक्सटाइल कारोबार को बढ़ावा देने पर रहा। TEXMAS की शुरुआत 1990 में दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स के सहयोग से हुई थी। यह संस्था दुबई को री-एक्सपोर्ट हब बनाने में अहम भूमिका निभा चुकी है।
बैठक में TEXMAS के चेयरमैन नासिर अखून, वाइस चेयरमैन विनोद नागदा सहित कई वरिष्ठ कारोबारी मौजूद थे। दोनों पक्षों ने आपसी कारोबार को आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।
MP टेक्सटाइल में अगला ठिकाना
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश देश के सबसे अहम टेक्सटाइल उत्पादन वाले राज्यों में शामिल है। धार में बनाया जा रहा पीएम मित्रा पार्क पूरी तरह निवेश के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि राज्य की नई औद्योगिक नीति में जमीन, पूंजी सहायता, टैक्स में छूट और आसान श्रम कानून जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
आज दुबई में टेक्सटाइल सिटी पहुंच कर प्रवासी भारतीयों के बिजनेस मॉडल का अवलोकन किया। यहां के व्यवसायियों ने टेक्सटाइल के क्षेत्र में मध्यप्रदेश से जुड़ने में रुचि प्रकट की है। विश्व में सबसे शुद्ध कॉटन मध्यप्रदेश में मिलता है। हम टेक्सटाइल के क्षेत्र में निवेशकों को आमंत्रित करते… pic.twitter.com/uzUa9unJ5O
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 14, 2025
डिजिटल टेक्सटाइल में दिलचस्पी
मुख्यमंत्री ने TEXMAS की ई-कॉमर्स, RFID और डिजिटल लॉजिस्टिक्स जैसी तकनीकों की तारीफ की और कहा कि मध्यप्रदेश में स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री 4.0 को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने दुबई की कंपनियों को तकनीकी सहयोग के लिए आमंत्रित किया।बैठक में EU और अमेरिका जैसे बाजारों की मांगों के अनुसार ग्रीन टेक्सटाइल प्रोडक्शन और पर्यावरण के अनुकूल ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश जैविक कॉटन और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
I2U2 साझेदारियों के लिए तैयार मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि I2U2 समूह (भारत, इजराइल, यूएई, अमेरिका) के फोकस सेक्टर जैसे साफ तकनीक, फूड लॉजिस्टिक्स और इंडस्ट्रियल इनोवेशन में मध्यप्रदेश निवेश के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने टेक्समास जैसे संगठनों को इन क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने का न्योता दिया। डॉ. यादव ने बताया कि सरकार टेक्सटाइल सेक्टर के नए उद्यमियों को ट्रेनिंग, लाइसेंस से जुड़ी मदद और पूंजी सहायता देने के लिए खास स्टार्टअप नीति बना रही है। उन्होंने TEXMAS से कहा कि वह युवा कारोबारियों से जुड़े और B2B इवेंट भी आयोजित करें।
