भोपाल/ग्वालियर | मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले से एक बेहद दुखद और हृदयविदारक हादसे की खबर सामने आई है, जहां श्रद्धा की डगर पर निकले चार कांवड़ियों की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह दुर्घटना भितरवार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत शीतला माता मंदिर चौराहे पर सोमवार रात लगभग 12:30 बजे हुई, जब शिवपुरी लिंक रोड पर जा रहे 6 कांवड़ियों को एक तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया।
इस हादसे में चार युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों की पहचान वकील पुत्र गिरवर (40), रमेश पुत्र पांडे (38), दिनेश पुत्र बेताल (21) और छोटू पुत्र अंतराम (18) के रूप में हुई है। ये सभी घाटीगांव क्षेत्र के निवासी थे और बाबा भोलेनाथ के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हुए कांवड़ यात्रा पर निकले थे।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस हृदयविदारक दुर्घटना पर गहरा शोक जताते हुए दिवंगत श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने बाबा महाकाल से मृतकों की आत्मा को शांति देने और उनके परिजनों को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने इस हादसे को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि “कांवड़ यात्रा श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है, और ऐसे में किसी यात्री की असमय मृत्यु हम सभी के लिए दुखद है।” उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए, प्रत्येक मृतक के परिजन को 4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने के निर्देश दिए हैं।
ग्वालियर में सड़क हादसे में पवित्र कांवड़ यात्रा के दौरान चार कांवड़ियों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। सादर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बाबा महाकाल से प्रार्थना है कि दिवंगतों की पुण्यात्मा को शांति प्रदान कर अपने श्री चरणों में स्थान दें।
प्रत्येक मृतक के निकटतम…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 23, 2025
आरोपी चालक गिरफ्तार
जिस कार ने इस हादसे को अंजाम दिया, उसका चालक मौके से फरार हो गया था। लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा आरोपी से पूछताछ जारी है, और जांच के बाद उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। ग्वालियर जिला प्रशासन ने सभी संबंधित चिकित्सकों को निर्देश दिया है कि घायलों का बेहतर और नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाए। प्रशासनिक अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिली और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
श्रद्धा में समर्पित यात्रा बनी पीड़ा का कारण
कांवड़ यात्रा सावन मास में हजारों श्रद्धालुओं द्वारा की जाती है, जिसमें लोग नंगे पांव सैकड़ों किलोमीटर चलकर गंगाजल लाते हैं और भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं। यह हादसा श्रद्धा की इस यात्रा को एक दर्दनाक मोड़ दे गया। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों में इस दुर्घटना को लेकर आक्रोश भी देखने को मिला।
