MP के बच्चों और पैरेंट्स के लिए दिसंबर का महीना खुशियों की सौगात लेकर आया है। मौसम में बढ़ती ठंड के साथ ही त्योहारों और सरकारी अवकाशों का दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने 23 दिसंबर से विंटर वेकेशन लागू करने की तैयारी पूरी कर ली है। सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूलों तक सभी में यह आदेश प्रभावी रहेगा।
शिक्षा विभाग के मुताबिक, स्कूलों की छुट्टियां 23 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेंगी। कई जिलों में स्थानीय मौसम और प्रशासनिक निर्णयों के आधार पर यह अवकाश जनवरी के पहले सप्ताह तक बढ़ाया भी जा सकता है। विशेषकर उन इलाकों में जहां ठंड का असर ज्यादा रहता है, वहां स्कूलों को अतिरिक्त दिनों के लिए बंद रखने पर भी विचार किया जा रहा है।
सर्दी, उत्सव और वीकेंड
दिसंबर में नियमित शनिवार-रविवार के अवकाश के अलावा लगभग नौ दिन तय छुट्टियां भी शामिल हैं। क्रिसमस, नव वर्ष और अन्य पर्वों के कारण छात्रों को लगातार कई दिनों तक आराम मिलेगा। बच्चों के लिए यह समय न केवल उत्सव का होगा, बल्कि ठंड से राहत पाने और अपने शौक पूरे करने का भी मौका रहेगा। इस बार छुट्टियों का यह कैलेंडर सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों के लिए अनिवार्य रहेगा। शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर संस्थाओं को स्पष्ट कर दिया है कि विंटर वेकेशन की अवधि का पालन सभी को समान रूप से करना होगा। इससे पूरे प्रदेश में शैक्षणिक सत्र का संतुलन एक जैसा बनाए रखा जा सकेगा।
बदलाव संभव
हालांकि, विंटर ब्रेक की अवधि हर जिले में समान रहे यह ज़रूरी नहीं है। मौसम विभाग की रिपोर्ट और स्थानीय प्रशासन की सिफारिशें मिलने के बाद कुछ जिलों में छुट्टियों को बढ़ाने के निर्णय लिए जा सकते हैं। खासकर छतरपुर, रीवा, उमरिया, बैतूल और शिवपुरी जैसे जिलों में दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पारा तेजी से गिरने की संभावना रहती है। शिक्षा विभाग ने छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे छुट्टियों का अंतिम कार्यक्रम अपने-अपने स्कूलों से ज़रूर पुष्टि कर लें। कई निजी स्कूल अपनी वार्षिक परीक्षाओं या इंटरनल गतिविधियों के आधार पर छुट्टियों के पहले और बाद के दिनों में बदलाव कर सकते हैं।
शिफ्टों में भी होगा बदलाव
विभागीय सूत्रों का कहना है कि जिन जिलों में सुबह के समय कोहरा और ठंड बढ़ेगी, वहां स्कूलों की टाइमिंग भी बदली जा सकती है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी सुबह 7 बजे की शिफ्ट को आगे बढ़ाकर 9 बजे तक करने के विकल्प पर विचार चल रहा है।
