ग्वालियर | प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत बुधवार को जिले के 23 सरकारी अस्पतालों में एक साथ एचआरपी (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी) क्लीनिक लगाई गईं। इस दौरान 1361 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 500 महिलाएं हाईरिस्क पाई गईं।
कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग ने यह विशेष अभियान संचालित किया। कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि चिन्हित हाईरिस्क महिलाओं का प्रसव होने तक निरंतर फॉलोअप किया जाए और सभी जरूरी सुविधाएं उन्हें समय पर उपलब्ध कराई जाएं।
एचआरपी क्लीनिक में की गई 1361 महिलाओं की जांच
500 महिलाएं निकलीं हाईरिस्क गर्भवती
जिले के 23 सरकारी अस्पतालों में लगाई गईं एचआरपी क्लीनिक
महिलाओं को सिकल सेल एनीमिया के बारे में किया जागरूक@JansamparkMP @GwaliorComm @mp_wcdmp @jdjsgwalior
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— Collector Gwalior (@dmgwalior) July 9, 2025
इन बातों पर दिया गया ध्यान
- मातृ मृत्यु दर कम करने की पहल
- सोनोग्राफी से लेकर फलों तक की व्यवस्था
- जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपाली माथुर ने बताया कि इन महिलाओं की निःशुल्क सोनोग्राफी, खून व यूरिन की जांच की गई।
- 281 महिलाओं की सोनोग्राफी हुई
- 22 हाईरिस्क महिलाओं को अस्पताल में भर्ती किया गया
- 89 महिलाओं को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन लगाया गया
- सभी को पौष्टिक आहार और फल भी दिए गए
- सिकल सेल एनीमिया पर जागरूकता
- एचआरपी क्लीनिक में गर्भवती महिलाओं को सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर स्थितियों के बारे में भी जागरूक किया गया।
- फोलोअप के दिए गए निर्देश
इन अस्पतालों में लगीं एचआरपी क्लीनिक
- जिला चिकित्सालय मुरार
- CHC हस्तिनापुर, भितरवार, मोहना, डबरा, दीनदयालनगर
- PHC उटीला, चीनौर, वीरपुर, आतरी, पिछोर, कुलैध
- प्रसूति गृह माधौगंज, बिरलानगर
- UPHC लक्ष्मीगंज, हुरावली, पंतनगर, ठाठीपुर, बहोड़ापुर, निम्माजी की खो
- सिविल हॉस्पिटल हजीरा, जनकगंज, हेमसिंह की परेड