ग्वालियर | कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क करते हुए खासतौर पर बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और उन पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश पुलिस और खुफिया एजेंसियां हरकत में आ गई हैं। जांच के दौरान 6 शहरों में 386 ऐसे लोगों का पता चला है, जिन पर देश में अवैध तरीके से रहने का संदेह है।
इनमें सबसे ज्यादा लोग इंदौर, ग्वालियर और भोपाल जैसे बड़े शहरों में मिले हैं। पुलिस के अनुसार ये सभी लोग बंगाल, बिहार और असम से आए हैं और खुद को भारतीय नागरिक बताते हुए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यहां रह रहे हैं।
फर्जी कागजों की पड़ताल शुरू
पुलिस को शक है कि इनमें से कई लोगों ने पहचान पत्र, आधार कार्ड और पते जैसे कागज फर्जी तरीके से बनवाए हैं। अब इस पूरे मामले की सच्चाई जानने के लिए पुलिस की टीमें बंगाल, बिहार और असम के 27 शहरों में भेजी गई हैं। वहां जाकर यह देखा जाएगा कि इन लोगों ने जो पते बताए हैं, वे असली हैं या सिर्फ दिखावे के लिए दिए गए।
अगर कोई व्यक्ति फर्जी दस्तावेजों के सहारे यहां रह रहा है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी। जरूरत पड़ी तो उसे गिरफ्तार कर देश से बाहर भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है।
मुस्लिम समुदाय के लोग सबसे ज्यादा
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार जिन 386 लोगों की पहचान हुई है, उनमें से ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से हैं। ये लोग पिछले कुछ सालों में मध्यप्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आकर बसे हैं। अब इनकी पूरी सूची बनाई जा चुकी है और हर व्यक्ति की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
कहां कितने लोग मिले?
- ग्वालियर – 94 संदिग्ध (ज्यादातर हुगली और मिदनापुर से)
- इंदौर – 99 संदिग्ध (कोलकाता, परगना, हावड़ा)
- भोपाल – 83 संदिग्ध (मुर्शिदाबाद, नदिया, वर्धमान)
- जबलपुर – 56 संदिग्ध (मालदा, दिनाजपुर, बरपेटा)
- कटनी – 19 संदिग्ध (मुजफ्फरपुर, सीवान, चंपारण)
- शाजापुर – 35 संदिग्ध (पूर्णिया, मुंगेर, किशनगंज)
ग्वालियर के सीएसपी रोबिन जैन ने बताया कि यह जांच पिछले कुछ दिनों से चल रही है और पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी सभी संदिग्धों को निगरानी में रखा गया है।