ग्वालियर | मध्यप्रदेश को नशामुक्त बनाने की मुहिम अब तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्रेरणा से शुरू हुए “नशे से दूरी है जरूरी” अभियान की शुरुआत मंगलवार को ग्वालियर से हुई। पहले ही दिन शहर की सड़कों पर पुलिस अफसरों से लेकर स्कूली बच्चों और खिलाड़ियों तक ने साइकिल उठाई और नशे के खिलाफ हुंकार भरी। कटोराताल से शुरू हुई यह रैली शहर के प्रमुख रास्तों से होती हुई महाराज बाड़ा पहुँची। जगह-जगह स्थानीय लोगों ने फूल बरसाकर रैली का स्वागत किया।
रैली को आईजी अरविंद सक्सेना, डीआईजी अमित सांघी और एसएसपी धर्मवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर एएसपी सुमन गुर्जर, एएसपी कृष्ण लालचंदानी और कई पुलिस अफसर मौजूद रहे।
साइकिलों पर सवार युवाओं ने “नशा छोड़ो, परिवार जोड़ो”, “सेहत से समझौता नहीं”, “जो होगा नशे का आदी, उसकी होगी बर्बादी” जैसे नारे लगाकर शहरवासियों को जागरूक किया।
हर गली-हर स्कूल में पहुंचेगा अभियान
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि यह अभियान 15 से 30 जुलाई तक पूरे जिले में चलेगा। पुलिस के साथ स्कूल, कॉलेज, एनजीओ, समाजसेवी संगठन और जनप्रतिनिधि भी इसमें भाग लेंगे। खास फोकस किशोरों और युवाओं पर रहेगा ताकि वे नशे की लत से दूर रहें।
✨ मादक पदार्थ एवं नशे के दुष्प्रभावों के बारे में किशोर, युवा एवं अन्य नागरिकों को जागरूक करने एवं इसकी लत से दूर रहने के संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा एक अभियान ‘नशे से दूरी – है जरूरी’ दिनांक 15/07/25 से 30/07/25 तक सम्पूर्ण प्रदेश में चलाया जा रहा है…🙏🏻 pic.twitter.com/3cxL1DF2r6
— DGP MP (@DGP_MP) July 15, 2025
आईजी अरविंद सक्सेना ने कहा, “नशा सिर्फ शरीर को ही नहीं, समाज को भी खोखला करता है। इससे लड़ने के लिए पुलिस, समाज और परिवार सभी को साथ आना होगा।” उन्होंने कहा कि जो लोग पहले से नशे की चपेट में हैं, उन्हें परामर्श और पुनर्वास की सुविधा दी जाएगी।
जगह-जगह होंगे जागरूकता कार्यक्रम
पुलिस अब स्कूलों, कॉलेजों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और पब्लिक प्लेसेस पर नशामुक्ति को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाएगी। डिजिटल प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि हर आयु वर्ग तक यह संदेश पहुंचे कि “नशा नहीं, स्वस्थ जीवन जरूरी है।”