ग्वालियर | मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में शनिवार को एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने देखने वालों की सांसें रोक दीं। एक युवक ने प्यार में बिछड़ने का दर्द झेलते हुए खुद को रेलवे ओवरब्रिज से नीचे फेंक दिया, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं छोड़ा और वह मौत के मुंह से बच निकला। युवक की पहचान मुकेश अहिरवार के रूप में हुई है, जो हजीरा क्षेत्र का रहने वाला है।
जानें पूरी घटना
शुक्रवार रात को मुकेश का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था। बात इतनी बढ़ गई कि उसकी पत्नी नाराज होकर घर छोड़कर चली गई। मुकेश ने पूरी रात उसे तलाशा, लेकिन वह नहीं मिली। रातभर उसकी तस्वीरों को देखता रहा और दुख में डूबा रहा। शनिवार सुबह तक भी पत्नी के न लौटने पर उसका दर्द और गहरा हो गया।
भावनात्मक रूप से टूट चुके मुकेश ने शराब का सहारा लिया और नशे में बिरलानगर रेलवे स्टेशन के ओवरब्रिज पर पहुंच गया। वहां उसने लोगों की मौजूदगी के बावजूद किसी फिल्मी सीन की तरह गाना गाना शुरू किया “तुझको पुकारे मेरा प्यार…”। इसके बाद, अचानक वह 35 फीट ऊंचे ब्रिज से रेलवे ट्रैक पर कूद गया।
तत्काल ले जाया गया अस्पताल
इस दौरान वहां मौजूद लो घबरा गए और तुरंत रेलवे पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची आरपीएफ की टीम ने मुकेश को ट्रैक से हटाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। गनीमत यह रही कि उसे गंभीर चोट नहीं आई, सिर्फ हाथ-पैर में खरोंचें थीं। आरपीएफ ने उसे तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी से बेहद प्यार करता है और उसके जाने के बाद दुनिया ही सूनी लगने लगी। उसने आत्महत्या का कदम इसी मानसिक तनाव में उठाया।
शहर में छिड़ी चर्चा
रेलवे पुलिस ने मुकेश को शांत किया और परिजनों को बुलाकर उन्हें सौंप दिया। इस घटना ने शहर में चर्चा छेड़ दी कि कैसे प्यार और रिश्तों की उलझनें कभी-कभी जानलेवा बन जाती हैं। गनीमत है कि इस बार मौत नहीं आई, लेकिन एक बार फिर यह सवाल खड़ा हुआ है कि क्या मानसिक तनाव और प्रेम में असफलता से निपटने के लिए हमारे पास कोई सामाजिक सहारा है?