ग्वालियर | मध्य प्रदेश के ग्वालियर की पड़ाव थाना पुलिस ने गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात बड़ी कामयाबी हासिल की। करीब 12:30 बजे, चेकिंग के दौरान पुलिस ने गाडरवली पुलिया के पास एक युवक को संदिग्ध हालत में पकड़ा और जब तलाशी ली गई तो 10 किलो 360 ग्राम गांजा बरामद हुआ।
गिरफ्तार युवक की पहचान देवराज बैश (19 वर्ष) के रूप में हुई है, जो बिहार के सरन जिले के भरवलिया जैतपुर गांव का रहने वाला है। वह एक पिट्ठू बैग में भारी मात्रा में गांजा लेकर घूम रहा था और पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह यह माल छत्तीसगढ़ से लाकर दिल्ली में सप्लाई करने वाला था।
पुलिस देख भागा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक देवराज ट्रेन से सफर कर रहा था, लेकिन रास्ते में ट्रेन में पुलिस चेकिंग शुरू हुई तो वह घबरा गया और तुरंत ट्रेन से कूदकर पटरी के सहारे पैदल भागते हुए गाडरवली पुलिया तक पहुंचा। दुर्भाग्य से उसके लिए वहीं पड़ाव थाना पुलिस पहले से तैनात थी, जो देर रात तक चेकिंग अभियान चला रही थी। शक के आधार पर जब देवराज को रोका गया और बैग की तलाशी ली गई, तो सारा मामला सामने आ गया।
बरामद गांजे की बाजार कीमत एक लाख रुपए से अधिक आंकी गई है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
रैकेट से जुड़े अन्य चेहरे भी होंगे बेनकाब
पड़ाव थाना प्रभारी आलोक परिहार ने जानकारी देते हुए बताया कि देवराज से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस नेटवर्क में जुड़े अन्य सप्लायर, रिसीवर और ट्रांसपोर्ट चैनल के बारे में भी अहम सुराग हाथ लग सकते हैं।
गांजा की यह खेप दिल्ली जैसे बड़े बाजार में पहुंचती, इससे पहले ही पुलिस ने इसे पकड़कर एक बड़ी नशा तस्करी की साजिश को विफल कर दिया है। यह मामला न केवल पुलिस की सतर्कता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि नशा कारोबारियों के तौर-तरीके बदल रहे हैं, और अब वे ट्रेन, बस जैसे आम यातायात साधनों के जरिए माल खपा रहे हैं।
ग्वालियर पुलिस का कहना है कि नशे के खिलाफ अभियान अब और तेज़ किया जाएगा और ऐसे अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।