ग्वालियर | MP के ग्वालियर जिला न्यायालय परिसर में हृदयाघात से बचाव और प्राथमिक उपचार के महत्व को लेकर शनिवार को एक विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ प्रधान जिला न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष ललित किशोर और पुलिस उप महानिरीक्षक अमित सांघी ने की। कार्यक्रम का उद्देश्य ‘जान बचाने की तकनीक को आम लोगों तक पहुंचाना’ था।
यह आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ग्वालियर और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के संयुक्त प्रयास से किया गया। शिविर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की सचिव डॉ. स्नेहलता दुबे ने CPR (Cardio Pulmonary Resuscitation) तकनीक की लाइव डेमो दी।
दिया जाए CPR
उन्होंने बताया कि हृदयाघात के दौरान यदि शुरुआती 5 मिनट में उचित CPR दिया जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। डॉ. दुबे ने प्रतिभागियों को व्यवहारिक तरीके से बताया कि हृदयाघात की स्थिति में घबराने के बजाय कैसे शांत रहकर, सीने पर दबाव और मुंह से सांस देने की प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। उन्होंने CPR देने के दौरान होने वाली आम गलतियों और उनसे बचने के उपाय भी बताए।
जिला न्यायालय परिसर में हृदयाघात से बचाव को लेकर जागरूकता शिविर आयोजित #gwalior @JansamparkMP @GwaliorComm @dmgwalior @jdjsgwalior
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— PRO JS Gwalior (@PROJSGwalior) July 12, 2025
जीवन की सबसे बड़ी पूंजी
शिविर में ग्वालियर जिले के न्यायिक अधिकारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रियंक भारद्वाज, जिला विधिक सहायता अधिकारी सनातन सेन, श्रीराम हॉस्पिटल के डायरेक्टर संजय यादव और कई न्यायिक कर्मचारी व मेडिकल एक्सपर्ट उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भी इस प्रशिक्षण को उपयोगी बताया और कहा कि ऐसी जानकारियां जीवन की सबसे बड़ी पूंजी होती हैं, जो कभी भी काम आ सकती हैं।