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ग्वालियर में प्रभारी मंत्री ने घायलों से की मुलाकात, मृतकों के घर पहुंचे; 4 परिजनों को दी गई आर्थिक सहायता

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Published On: 24 July 2025

ग्वालियर | मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांवड़ यात्रियों के साथ हुए भीषण सड़क हादसे के दो दिन बाद प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को प्रदेश सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट ने अल्पप्रभात अस्पताल पहुंचकर हादसे में घायल कांवड़ियों का हाल जाना। डॉक्टरों को निर्देश दिए गए कि इलाज में किसी भी तरह की कोताही न हो और घायलों को हर संभव सुविधा दी जाए।

अस्पताल निरीक्षण के बाद मंत्री घाटीगांव के सिमरिया पंचायत स्थित बंजारों के पुरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले पूरन बंजारा, रमेश बंजारा, दिनेश बंजारा और धर्मेंद्र उर्फ छोटू के परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। इस दौरान स्थानीय प्रशासन के कई अधिकारी भी साथ मौजूद रहे और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया गया।

कैसे हुआ हादसा?

यह दुखद घटना दो दिन पहले उस वक्त हुई जब सिमरिया गांव से 13 कांवड़िए शिव जल भरने के लिए निकले थे। वे भदावना स्थित शिव मंदिर के झरने से जल लेकर लौट रहे थे और अगले दिन महादेव का अभिषेक करने की योजना थी। लेकिन शीतला माता मंदिर तिराहे के पास तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। उस समय वे अपने घर से लगभग 35 किलोमीटर दूर थे। हादसे में चार श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए।

प्रशासन की कार्रवाई

हादसे के तुरंत बाद बुधवार सुबह कलेक्टर रुचिका चौहान और एसएसपी धर्मवीर सिंह ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर हालात की जानकारी ली। कलेक्टर ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही घायलों के इलाज की निगरानी के निर्देश भी दिए गए।

जांच जारी

पुलिस ने हादसे की जांच में तेजी दिखाते हुए कार नंबर MP09 WD-0226 की पहचान कर ली। यह गाड़ी नितिन बघेल चला रहा था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि नितिन अपने साथियों सनी परिहार, प्रदीप परिहार और दो अन्य के साथ डबरा में बर्थडे पार्टी मनाने जा रहा था। यह कार उसने राहुल बाथम से उधार ली थी। अब पुलिस बाकी फरार साथियों की तलाश में जुटी है।

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