ग्वालियर | मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में लगातार बारिश के चलते तिघरा जलाशय का जलस्तर शुक्रवार को एक बार फिर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। हालात को देखते हुए दोपहर में जलाशय के गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार मौके पर मौजूद रहे। जल निकासी शुरू करने से पहले जल संसाधन विभाग की ओर से अलर्ट सायरन बजाए गए।
प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को पहले ही सूचना देकर सतर्क किया गया। पानी छोड़े जाने के कुछ ही घंटों के भीतर महिदपुर गाँव की पुलिया पर जलभराव शुरू हो गया, जिससे स्थानीय आवागमन प्रभावित हो गया।
कलेक्टर ने लिया जायजा
कलेक्टर चौहान ने स्थिति का जायज़ा लेने के लिए महिदपुर गाँव पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने देखा कि पुल के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी की आशंका बनी हुई है। उन्होंने मौके पर मौजूद पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पुल के दोनों छोर पर मजबूत बैरिकेडिंग की जाए ताकि कोई भी व्यक्ति या वाहन अनजाने में उस ओर न बढ़े। साथ ही चेतावनी बोर्ड लगाने और रात्रि में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
तिघरा जलाशय से शुक्रवार को भी की गई जल निकासी
कलेक्टर श्रीमती चौहान एवं सीईओ श्री विवेक कुमार की उपस्थिति में हुई जल निकासी
कलेक्टर ने महिदपुर ग्राम पहुँचकर ग्रामीणों और अधिकारियों से की चर्चा #gwalior @CMMadhyaPradesh @JansamparkMP @minmpwrd
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— Collector Gwalior (@dmgwalior) July 18, 2025
अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश
इससे पहले कलेक्टर और सीईओ ने तिघरा जलाशय स्थल पर अधिकारियों से विस्तार से बातचीत की। उन्होंने पूछा कि वर्षा जल किस रफ्तार से जलाशय में आ रहा है और इस पर नजर रखने के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि जल छोड़े जाने से पहले हर बार संभावित प्रभावित गांवों को सूचित किया जाए।