आगामी सिंहस्थ महाकुंभ को देखते हुए इंदौर जिले में तैयारियों की रफ्तार तेज हो गई है। गुरुवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) की बैठक में सांसद शंकर लालवानी ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए कि कान्ह और सरस्वती नदी की सफाई व शुद्धिकरण पर तुरंत प्लान बनाकर तय समय में काम पूरा करें। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ से पहले दोनों नदियों की सूरत बदलनी चाहिए।
लालवानी ने सड़कों की बदहाली पर भी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि बारिश से कई सड़कें खराब हो गई हैं, बायपास और ओवरब्रिज के डायवर्जन की हालत भी ठीक नहीं है। इनकी मरम्मत जल्दी कराई जाए। उन्होंने सख्त चेतावनी दी कि अगर सड़क पर गड्ढों या ठेकेदार की लापरवाही से किसी की जान जाती है, तो वह खुद थाने जाकर FIR दर्ज कराएंगे।
अधिकारियों को निर्देश
बैठक में सांसद कविता पाटीदार ने भी साफ कहा कि सिर्फ शहर की नदियों पर ध्यान देने से काम नहीं चलेगा, ग्रामीण इलाकों की नदियों की सफाई जरूरी है। अगर गांवों से नालों और दूषित पानी का प्रवाह रुकेगा, तभी कान्ह और सरस्वती की स्वच्छता बनी रहेगी। उन्होंने ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त करने पर जोर दिया। कलेक्टर शिवम वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण इलाकों में भी नदियों की शुद्धिकरण योजना तैयार की जाए। उन्होंने सड़क निर्माण से जुड़े विभागों से कहा कि वे जल्द से जल्द मरम्मत का काम शुरू करें। इसके साथ ही गांवों में गीले और सूखे कचरे के अलग-अलग प्रबंधन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
स्वच्छता पर खास ध्यान
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि शहर से लगे गांवों की सड़कों और स्वच्छता पर खास ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नगर निगम गांवों के कचरे की प्रोसेसिंग करेगा और इसके लिए संयुक्त दल बनाया जाएगा। साथ ही 22 सितंबर को ‘नो-कार डे’ मनाने की जानकारी दी और अपील की कि लोग उस दिन कार का इस्तेमाल न करें। बैठक में यह भी तय हुआ कि सेवा पखवाड़े के तहत सांसद खेल महोत्सव का आयोजन होगा, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा। इसमें गांव से लेकर जिला स्तर तक खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इसके अलावा केंद्र सरकार के ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ की जानकारी भी साझा की गई, जिसके तहत जिले के 54 गांवों में सेवा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
बैठक में सांसद कविता पाटीदार, महापौर भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा, निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
