इंदौर | मध्य प्रदेश के इंदौर के आजाद नगर इलाके से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां फिरदौस नगर में रहने वाली 40 वर्षीय रेशमा शेख ने अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना तब सामने आई जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला और मकान मालिक ने रेशमा के मायके वालों को सूचना दी।
रेशमा उस समय वीडियो कॉल पर अपने तलाकशुदा पति सईद से बात कर रही थी। परिवार वालों ने बताया कि जब वे कमरे में घुसे तो रेशमा फंदे पर झूल रही थी और पास में रखा मोबाइल अब भी वीडियो कॉल मोड में चालू था।
20 साल पुराना रिश्ता
रेशमा की शादी करीब 20 साल पहले सनावद निवासी सईद से हुई थी, लेकिन आपसी मतभेदों के चलते तीन साल पहले तलाक हो गया। इसके बाद रेशमा ने इंदौर के पालदा क्षेत्र में मायके से कुछ दूरी पर एक किराए का कमरा ले लिया और आटा फैक्ट्री में नौकरी करने लगी।
रविवार की रात जब वह अपने कमरे से बाहर नहीं निकली तो मकान मालिक को शक हुआ। दरवाजा खटखटाने के बावजूद जब कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने रेशमा के रिश्तेदारों को बुलाया। दरवाजा तोड़ा गया, तो देखा कि रेशमा की सांसें थम चुकी थीं।
सुसाइड नोट ने खोले कई सवाल
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसे कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल नोट में क्या लिखा था, इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन पुलिस यह मान रही है कि पति से बातचीत के दौरान भावनात्मक उथल-पुथल के चलते रेशमा ने ये कठोर कदम उठाया होगा। रेशमा की कोई संतान नहीं थी और उसका पूर्व पति भी अब इंदौर में ही रह रहा था। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि वीडियो कॉल के दौरान क्या बातचीत हुई और क्या यह कदम अचानक उठाया गया या पहले से योजना बनाई गई थी।
फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है। यह घटना एक बार फिर यह सोचने को मजबूर कर देती है कि मानसिक तनाव और रिश्तों में दरारें कितनी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती हैं।
