इंदौर | मध्य प्रदेश के इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में सोमवार रात एक प्रॉपर्टी विवाद ने तूल पकड़ लिया, जब एक प्रॉपर्टी ब्रोकर की शिकायत पर पुलिस ने एक बदमाश और उसके तीन साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की। आरोप है कि इन लोगों ने जबरन एक पुश्तैनी मकान पर कब्जा करने की कोशिश की, तोड़फोड़ की और मारपीट भी की।
शिकायतकर्ता सौरभ ने बताया कि उनका मकान साल 2001 से किराए पर था, जो ऋषि नगर में रहते हैं और पिछले दो दशकों से प्रॉपर्टी के काम से जुड़े हैं। फरवरी 2025 में उन्होंने मकान की जर्जर स्थिति को देखते हुए किराएदारों को हटा कर निर्माण कार्य शुरू कराया। इस निर्माण के लिए उन्होंने श्रीनिवास कंस्ट्रक्शन से समझौता किया था।
जानें पूरा मामला
करीब एक सप्ताह पहले अचानक किशोर उर्फ कुणाल अपने तीन साथियों कृष्णा यादव, अजय बसोड़ और पवन पाटिल के साथ वहां पहुंचा और दावा किया कि यह जमीन किसी राजेन्द्र राठौर की है। उन्होंने काम रुकवा दिया और मौके पर मौजूद मजदूरों व ठेकेदार के साथ झगड़ा किया। जब सौरभ पहुंचे तो किशोर ने उनके साथ भी हाथापाई की और निर्माणाधीन दीवारें तोड़ डालीं।
घटना के बाद सौरभ ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई और एसीपी शिवेन्दु जोशी को वीडियो सबूत भी दिखाए। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर किशोर और उसके साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पहले से केस दर्ज
जांच में सामने आया है कि किशोर का आपराधिक इतिहास लंबा है। छत्रीपुरा थाने में उसके खिलाफ पहले से केस दर्ज है। राजेन्द्र नगर में शराब की दुकान पर हमले की घटना में भी उसका नाम आया था, लेकिन राजनीतिक सरंक्षण के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी तरह कुछ दिन पहले उसने रेती मंडी इलाके में भी ज़बरदस्ती कब्जा करने की कोशिश की थी।
पुलिस न केवल ताज़ा मामले की जांच कर रही है, बल्कि किशोर के पुराने मामलों की भी परतें खोल रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इस बार कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे लोग और बेखौफ हो जाएंगे।
