इंदौर में एम वाय अस्पताल में हुए चूहा कांड के मामले में हाई कोर्ट कल सुनवाई करेगा। इस मामले में दो नवजात बच्चों की उंगलियों को चूहे खा गए थे। जयस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट लोकेश मुजाल्दा ने बताया कि जयस डीन, अधीक्षक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है।
जयस ने कहा कि जिला प्रशासन पहले इस मामले को हाई कोर्ट में जाने का हवाला देकर आंदोलन को 6 अक्टूबर तक रोक रखा था। अब अगर न्याय नहीं मिला, तो 6 अक्टूबर के बाद संगठन आंदोलन करेगा और यह तब तक जारी रहेगा जब तक जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती।
लगाया ये आरोप
लोकेश मुजाल्दा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि भोपाल से आई राज्य शासन की कमेटी योगेश भरसट की अध्यक्षता में जांच कर रही थी, लेकिन उसकी रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। उनका कहना है कि रिपोर्ट में ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिनसे डीन और अधीक्षक सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की जिम्मेदारी तय हो सकती है। यही कारण है कि सरकार रिपोर्ट को दबा रही है और पुलिस को भी नहीं दी गई है।
हाई कोर्ट में इस मामले की रिट याचिका क्रमांक 36817/2025 के तहत जवाब पेश किया गया। इसमें अनुलग्न आर 2/1 के तहत राज्य सरकार ने महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, इंदौर के पत्र और जांच समिति की रिपोर्ट पेश की है। रिपोर्ट में पृष्ठ क्रमांक 10 से 64 तक दस्तावेज संलग्न हैं।
राज्य स्तर की रिपोर्ट
लोकेश मुजाल्दा ने कहा कि राज्य स्तर की रिपोर्ट में कुछ ऐसे तथ्य हैं, जिनके आधार पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है। इसलिए सरकार ने इसे पुलिस को भी नहीं सौंपा। मृतक बच्ची के पिता देवाराम ने संयोगितागंज थाने में आवेदन देकर राज्य सरकार की रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जयस ने साफ कहा कि यदि हाई कोर्ट में उचित कार्रवाई नहीं हुई और दोषियों को बचाया गया, तो 6 अक्टूबर के बाद संगठन प्रदेशभर में आंदोलन करेगा। उनका कहना है कि न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए संगठन पूरी ताकत से काम करेगा।