इंदौर के दशहरा मैदान पर रविवार सुबह फिटनेस और एकता का अनोखा नज़ारा दिखा, जब हजारों लोग ‘वन इंदौर-रन इंदौर’ मैराथन में एक साथ मैदान में उतरे। कार्यक्रम का वर्चुअल शुभारंभ मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया, जबकि मैदान में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, विधायक रमेश मेंदोला, विधायक मधु वर्मा और पद्मश्री सतेंद्र लोहिया समेत कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
मैराथन में राउ विधायक मधु वर्मा भी पहुंचे। बायपास सर्जरी के बाद यह पहला मौका था जब वे किसी सार्वजनिक रनिंग इवेंट में शामिल हुए। उन्होंने कुछ दूरी तक लोगों के साथ दौड़ लगाई और फिर आराम से लौट गए। करीब एक साल पहले घर पर बैठक के दौरान वर्मा अचानक बेहोश होकर गिर गए थे, जिसके बाद उनकी बायपास सर्जरी हुई थी। तब से वे लगातार मॉर्निंग वॉक करते हुए अपनी फिटनेस वापस पा रहे हैं।
निष्कासित पार्षद जीतू जाटव
मैराथन की एक और बड़ी चर्चा इस बात की रही कि इंदौर-2 के विधायक रमेश मेंदोला के साथ भाजपा से निकाले गए पार्षद जीतू जाटव भी दौड़ में शामिल हुए। जाटव पर भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हमला करवाने का आरोप है। इस विवाद के चलते जाटव को पार्टी से बाहर कर दिया गया था, लेकिन रविवार को वे फिर से राजनीतिक हलकों में सुर्खियों में दिखे।
आज ‘वन इंदौर-रन इंदौर मैराथन’ का भोपाल से वर्चुअली शुभारंभ किया और धावकों को संबोधित कर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
इंदौर की ऊर्जा, अनुशासन, टीम भावना और फिटनेस के प्रति जागरूकता पूरे देश के लिए प्रेरणापुंज है। pic.twitter.com/rqR2WhWNMl
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 23, 2025
तीन कैटेगरी में आयोजित मैराथन
यूनाइटेड इंदौर फोरम की पहल पर आयोजित इस मैराथन में शहर के हर वर्ग की भागीदारी देखने लायक थी। कार्यक्रम वंदे मातरम् के साथ शुरू हुआ। इसके बाद लोगों को स्वच्छता व स्वास्थ्य को लेकर शपथ दिलाई गई। दौड़ 3, 5 और 7 किलोमीटर की तीन श्रेणियों में आयोजित हुई। लगभग 20 हजार से ज्यादा लोग बच्चों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग खिलाड़ियों से लेकर डॉक्टर, वकील, सीए, समाजसेवी, खिलाड़ियों और सेना के जवानों तक इस आयोजन का हिस्सा बने। रूट में जगह-जगह ढोल बजाकर धावकों का स्वागत किया गया। प्रतिभागियों के लिए रनिंग किट और फिनिशिंग पर मेडल दिए गए। सुरक्षा और स्वास्थ्य की दृष्टि से मेडिकल टीम, फिजियोथैरेपिस्ट और इमरजेंसी सर्विसेज की पूरी व्यवस्था की गई थी।
