इंदौर के भंवरकुआ थाना क्षेत्र में पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है। आरोप है कि 11 सितम्बर की रात ड्यूटी से लौट रहे दो आदिवासी युवकों को पुलिस ने जबरन रोका और बेरहमी से पीटा।
मारपीट इतनी ज्यादा हुई कि एक युवक का पैर टूट गया। यही नहीं, आदिवासी युवकों को जातिसूचक गालियां देकर अपमानित भी किया गया।
सीधा हमला
आदिवासी समाज ने इस घटना को सीधा हमला बताया और कहा कि यह न सिर्फ कानून बल्कि मानवाधिकारों की भी धज्जियां उड़ाने जैसा है।
समाज की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों को तुरंत निलंबित कर उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हो। साथ ही पीड़ित युवकों को मुआवजा और बेहतर इलाज मिले।
दी चेतावनी
इधर, आदिवासी संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई नहीं की तो 15 सितम्बर को सुबह 11 बजे भंवरकुआ थाने का घेराव किया जाएगा।
