इंदौर शहर में आज सोयाबीन भावांतर धन्यवाद ट्रैक्टर रैली निकाली गई। दशहरा मैदान से रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों पर सवार होकर कलेक्ट्रेट तक जाएंगे। रैली का आयोजन किसानों ने खुद किया है, जबकि बीजेपी इसका समर्थन कर रही है। बीजेपी जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह चावड़ा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता पूरे मार्ग पर किसानों का स्वागत करेंगे।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस ने पूरे मार्ग पर जवान तैनात किए हैं। शहरवासियों से अपील की गई है कि वे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें ताकि ट्रैफिक प्रभावित न हो।
ट्रैफिक डायवर्ट
रैली के मार्ग को देखते हुए प्रशासन ने सुबह 8 बजे से ट्रैफिक डायवर्ट किया। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले किसान दशहरा मैदान पर पहुंचे। रैली उषा नगर चौराहा, महू नाका, केसरबाग रोड मार्ग से कलेक्ट्रेट तक जाएगी। सावनर, हातोद, बेटमा, महू, राऊ, शिप्रा और खुदैल क्षेत्रों से भी किसान अपने निर्धारित मार्गों से दशहरा मैदान पहुंचे।
इंदौर के देपालपुर विधानसभा के बीजेपी विधायक मनोज पटेल 12 अक्टूबर को अपनी सोयाबीन भावांतर आभार रैली निकालेंगे। यह रैली भी दशहरा मैदान से शुरू होकर कलेक्ट्रेट तक जाएगी।
आपत्ति
किसान संघ ने भावांतर योजना पर आपत्ति जताई है। इंदौर नगराध्यक्ष दिलीप मुकाती ने कहा कि 2018 में प्याज की भावांतर राशि 29 करोड़ रुपए आज तक नहीं मिली। उनका कहना है कि योजना का प्रभाव छोटे और मध्यम किसानों तक नहीं पहुंच रहा। मंडियों में सोयाबीन 3300-4200 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है, लेकिन भावांतर राशि अक्टूबर के अंत तक किसानों को मिलने वाली है, जब तक अधिकांश किसान अपनी फसल बेच चुके होंगे।
संघ की मांग
कलेक्ट्रेट में किसान संघ की बैठक में यह तय हुआ कि योजना में सुधार या प्रचार तभी किया जाएगा, जब इसमें वास्तविक लाभ किसानों को पहुंचे। संघ की मांग है कि सरकार एमएसपी 5328 रुपए प्रति क्विंटल लागू करे और सोयाबीन खरीदे।
किसान संघ का कहना है कि योजना में देरी और पुराने बकाया के कारण छोटे किसानों को नुकसान होगा। इसलिए सरकार को तुरंत कदम उठाकर भुगतान सुनिश्चित करना चाहिए। इस रैली और विरोध से साफ है कि इंदौर में सोयाबीन भावांतर को लेकर किसानों की उत्सुकता और चिंता दोनों एकसाथ मौजूद हैं।