इंदौर | मध्यप्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए हैं। इस बार उन्होंने वन विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि “हमें पौधरोपण में सहयोग नहीं मिल रहा। पौधे समय पर नहीं मिलते।” नगर निगम के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में मंच से बोलते हुए विजयवर्गीय ने कहा, “अब तक हम 7 लाख पौधे लगा चुके हैं, लेकिन हमारा लक्ष्य 51 लाख पौधे लगाने का है। वन विभाग से जितना सहयोग मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा। मुख्यमंत्री से आग्रह है कि विदेश यात्रा पर जाने से पहले विभाग को निर्देशित कर जाएं।”
नगर निगम इंदौर द्वारा “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के एक वर्ष पूर्ण होने पर 12 जुलाई को रेवती रेंज पर 20 हजार पौधों का महा वृक्षारोपण किया जाएगा। पिछले वर्ष यहीं 12 लाख पौधे लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था।
दिए कड़े बयान
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब कैलाश विजयवर्गीय ने मंच से ही सरकार और अधिकारियों को निशाने पर लिया हो। पिछले एक साल में उन्होंने नशा, पुलिस प्रशासन और नाइट कल्चर को लेकर भी कड़े बयान दिए हैं।
पुलिस को दी थी चेतावनी (21 सितंबर 2024)
परदेशीपुरा चौकी के सामने विजयवर्गीय ने कहा था, “तीन दिन में नशे का धंधा बंद हो जाना चाहिए। चौथे दिन हम खुद सख्त कदम उठाएंगे।” उन्होंने मंच से कहा था कि “अगर कोई नेता नशे के आरोपी की पैरवी करे, तो पुलिस सीधे मुझे फोन करे।”
राजस्थान से जुड़े नशे के तार (15 अक्टूबर 2024)
इंदौर फ्लाईओवर लोकार्पण पर उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा था, “इंदौर में नशे के तार राजस्थान के प्रतापगढ़ से जुड़े हैं। भोपाल से निर्देश जारी करें, वरना युवा बर्बाद हो जाएंगे।”
नाइट कल्चर पर सवाल (10 नवंबर 2023)
विजयवर्गीय ने सार्वजनिक रूप से कहा था, “इंदौर का नया नाइट कल्चर नशे से जुड़ गया है। मैं इसका विरोधी हूं। घर में पीओ, चौराहों पर झूमना बंद करो।” उनके बयान के बाद कांग्रेस ने विरोध जताया था। सरकार ने 13 जुलाई 2024 को रात 11 बजे के बाद दुकानें बंद करने के आदेश जारी किए थे।
सियासी हलकों में हलचल
विश्लेषकों का मानना है कि विजयवर्गीय के लगातार इस तरह के बयान पार्टी और प्रशासन के लिए असहज स्थिति पैदा करते हैं। हालांकि वे यह भी मानते हैं कि ये बयान उनकी जनछवि और ज़मीनी पकड़ को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा हैं।
