विश्व टॉयलेट दिवस पर पूरे इंदौर में एक अलग ही माहौल दिखा। शहर के 22 जोनों के पब्लिक टॉयलेट्स पर खास कार्यक्रम हुए। नगर निगम के ‘गेट-टू-गेदर एट टॉयलेट’ अभियान के तहत लोगों को साफ-सफाई की अहमियत समझाने के लिए तरह-तरह की गतिविधियां कराई गईं। हर जगह स्टूडेंट्स और स्थानीय लोगों की अच्छी भागीदारी देखने को मिली। नेहरू पार्क में हुए मुख्य कार्यक्रम में मेयर पुष्यमित्र भार्गव, निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव, निगम अधिकारी और बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे। यहां स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं और कई प्रतियोगिताएं भी कराई गईं। इस मौके पर शहर में चार नए पब्लिक टॉयलेट्स का लोकार्पण किया गया।
मीडिया से बात करते हुए मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने साफ कहा कि पब्लिक टॉयलेट सिर्फ साफ रहना ही काफी नहीं है, उन्हें सुरक्षित रखना भी उतना ही जरूरी है। उन्होंने बताया कि कई बार टॉयलेट से बल्ब, नल और दूसरी चीजें चोरी हो जाती हैं। यह खराब आदत नहीं, बल्कि हमारी सामूहिक जिम्मेदारी से मुंह मोड़ने जैसा है। मेयर ने कहा कि इंदौर सफाई का संदेश तो देता ही है, अब हमें टॉयलेट सुरक्षा पर भी उदाहरण बनना है।
हर जोन में कार्यक्रम
जोन 4 के महाराणा प्रताप नगर, जोन 13 में चोइथराम मंडी और जोन 17 में एफ सेक्टर सहित कई इलाकों में टॉयलेटों का लोकार्पण और जागरूकता कार्यक्रम हुए। इन कार्यक्रमों में एमआईसी सदस्यों, पार्षदों, सीनियर सिटीजन, वेंडर्स और स्कूली बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मेयर ने बताया कि इंदौर हर साल विश्व टॉयलेट दिवस पर कुछ नया करने की कोशिश करता है। पिछले साल ‘सेल्फी विद टॉयलेट’ का रिकॉर्ड बनाया गया था। इस बार बाल दिवस से शुरू हुए ‘गेट-टू-गेदर एट टॉयलेट’ कार्यक्रम को 22 जोनों में फैलाया गया। मकसद सिर्फ इतना है कि लोग पब्लिक टॉयलेट्स को अपने घर की तरह साफ और सुरक्षित समझकर इस्तेमाल करें।
कई जगह हुए आयोजन
लालबाग, मल्हार आश्रम, आईटीआई चौराहा, पतरे की चाल, विजय नगर, शारदा मठ, जिमखाना, हरसिद्धी ऑफिस, दशहरा मैदान, पंचशील नगर, पीपल्याहाना, गायत्री पेट्रोल पंप, इंदिरा नगर सहित कई जगह कार्यक्रम हुए और लोगों को स्वच्छता की आदत से जोड़ने की कोशिश की गई। इंदौर लगातार देश में स्वच्छता का लीडर रहा है, और इस बार टॉयलेट डे पर हुए आयोजनों ने फिर साबित कर दिया कि शहर सिर्फ साफ रहने पर ही नहीं, बल्कि लोगों को जागरूक बनाने पर भी पूरा जोर देता है।
