जबलपुर में रविवार को एक किताब को लेकर शुरू हुआ विवाद मंगलवार को और बढ़ गया। शहर के हिंदू संगठनों ने लेखक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए एसपी ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। संगठन के नेताओं ने कहा कि किताब में आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं और पुलिस तुरंत FIR दर्ज करे। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें जांच का भरोसा दिया। इसी विवाद के बीच कांग्रेस के एससी-एसटी और ओबीसी संगठनों के कार्यकर्ता भी मैदान में उतर आए। वे अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगाए गए आरोपों को झूठा बताते हुए ओमती थाना पहुंचे। उनका कहना था कि नाम लेकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, इसलिए पुलिस इसमें हस्तक्षेप कर सच सामने लाए।
थाने में तनाव
एसपी ऑफिस से लौटते समय हिंदू संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं को जानकारी मिली कि कांग्रेस से जुड़े संगठन ओमती थाने में मौजूद हैं। इसके बाद कुछ युवक और महिलाएं चेहरा ढककर और हाथों में लाठियां लेकर थाने पहुंच गए। देखते ही देखते दोनों पक्ष आमने-सामने खड़े हो गए और माहौल तेजी से तनावपूर्ण हो गया। थाने के बाहर पुलिस तैनात थी, लेकिन अचानक भीड़ बढ़ने से अफसर भी हैरान रह गए। हिंदू संगठन की कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने ही लाठियां घुमानी शुरू कर दीं। पुलिस ने कई बार उन्हें पीछे हटने को कहा, लेकिन बात नहीं मानी गई। थोड़ी देर के लिए हालात बिगड़ते दिखे, लेकिन फोर्स बढ़ाकर स्थिति संभाल ली गई।
कांग्रेस संगठनों का आरोप
कांग्रेस एससी-एसटी और ओबीसी संगठनों के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि बजरंग दल और उससे जुड़े लोग जानबूझकर थाने में घुसे और धमकाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग मुंह ढककर आए थे, ताकि उनकी पहचान न हो सके। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह हमला उन्हें डराने के लिए किया गया था।
पुलिस की कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आयुष गुप्ता ने बताया कि दोनों संगठन अलग-अलग शिकायत लेकर आए थे। तभी कुछ महिलाएं और युवक लाठियां लेकर थाने में घुस आए। पुलिस ने समय रहते भीड़ को हटाया और किसी को चोट नहीं लगी। उन्होंने कहा कि थाने में घुसकर हंगामा करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। वहीं, एएसपी ने बताया कि मामला संवेदनशील है, इसलिए पुलिस सभी संबंधित लोगों के बयान ले रही है। शहर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि विवाद आगे न बढ़े। अधिकारी लगातार दोनों पक्षों से बात कर शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
बढ़ाया राजनीतिक रंग
किताब पर शुरू हुआ विवाद अब सीधे राजनीतिक मोड़ ले चुका है। हिंदू संगठन जहां किताब के लेखक और समर्थकों पर निशाना साध रहे हैं, वहीं कांग्रेस से जुड़े एससी-एसटी और ओबीसी संगठन इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं। शहर में अभी भी तनाव बना हुआ है और पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
