जबलपुर/दमोह | मध्यप्रदेश के सबसे बड़े फ्लाई ओवर “मदनमहल से दमोह नाका” का लोकार्पण 23 अगस्त को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। यह फ्लाई ओवर जबलपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। लोकार्पण की तैयारियों को देखते हुए बुधवार को लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ इसका निरीक्षण किया।
जबलपुरवासियों के लिए ऐतिहासिक
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि यह दिन जबलपुरवासियों के लिए ऐतिहासिक होगा। उन्होंने बताया कि 2004 में जब उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था, तभी यातायात को व्यवस्थित करने के लिए फ्लाई ओवर निर्माण का संकल्प लिया था। इसके बाद लगातार प्रयास किए गए और 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद नितिन गडकरी ने इस परियोजना को स्वीकृति दी। केंद्रीय सड़क निधि (सीआरएफ) से इस फ्लाई ओवर के निर्माण की मंजूरी दी गई और तमाम अड़चनों को पार करते हुए यह परियोजना आज पूर्ण हो चुकी है।
मदनमहल से दमोह नाका फ्लाई ओवर का होगा लोकार्पण
केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे जनता को समर्पित
लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ किया फ्लाई ओवर का निरीक्षण
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— PWD, MP (@pwdminmp) August 21, 2025
करोड़ों की लागत से हुआ तैयार
करीब 1100 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह फ्लाई ओवर 7 किलोमीटर लंबा है और इसे मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओवर बताया जा रहा है। इसकी विशेषता है रेलमार्ग के ऊपर बना देश का सबसे लंबा सिंगल स्पान केबल स्टे ब्रिज, जिसकी लंबाई 192 मीटर है। इसके साथ ही इसमें तीन बो स्ट्रिंग ब्रिज बनाए गए हैं। दो रानीताल और एक बलदेवबाग में, जो पूरी तरह स्टील से निर्मित हैं और इनकी लंबाई लगभग 70 मीटर है।
50 हजार पौधों का रोपण
फ्लाई ओवर को न सिर्फ यातायात व्यवस्था, बल्कि शहर के सौंदर्यीकरण को ध्यान में रखकर भी तैयार किया गया है। इसके नीचे लगभग 50 हजार पौधों का रोपण किया गया है। साथ ही स्थानीय नागरिकों और युवाओं के लिए बास्केटबॉल कोर्ट, ओपन जिम और बच्चों के लिए पार्क भी बनाए गए हैं। फ्लाई ओवर में 10 स्थानों पर दिशा सूचक बोर्ड लगाए गए हैं, जिससे यात्रियों को सहूलियत होगी। अभी तक मदनमहल से दमोह नाका तक पहुंचने में वाहनों को 40 से 45 मिनट का समय लगता है। फ्लाई ओवर चालू होने के बाद यह दूरी केवल 6 से 8 मिनट में तय की जा सकेगी। इससे न केवल ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी बल्कि ईंधन की भी बचत होगी।
ये लोग रहे मौजूद
राकेश सिंह ने कहा कि यह फ्लाई ओवर जबलपुर को महानगरीय स्वरूप देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने अपील की कि जबलपुरवासी इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनें और लोकार्पण समारोह में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों। निरीक्षण के दौरान महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, विधायक अशोक रोहाणी, सुशील तिवारी इंदु, नीरज सिंह, संतोष बरकडे, कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय और लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर आर.एल. वर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।