जबलपुर | मध्य प्रदेश के जबलपुर की तस्वीर अब बदलने वाली है। शहर के दिल से होकर गुजरने वाला दमोह नाका से मदन महल तक का एलिवेटेड कॉरिडोर, जो मध्यप्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा फ्लाईओवर प्रोजेक्ट है, 23 अगस्त को जनता को समर्पित किया जाएगा। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव संयुक्त रूप से करेंगे।
करीब 1100 करोड़ की लागत से बनी इस संरचना को जबलपुर की नई पहचान के रूप में देखा जा रहा है। इसकी लंबाई और निर्माण तकनीक न केवल तकनीकी दृष्टि से उल्लेखनीय है, बल्कि यह शहर की यातायात व्यवस्था को भी नए स्तर पर ले जाने वाली है।
जाम से छूटकारा
इस उद्घाटन की पुष्टि तब हुई जब लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने गुरुवार को दिल्ली में गडकरी से मुलाकात कर कार्यक्रम में उनके शामिल होने की स्वीकृति प्राप्त की। उन्होंने बताया कि यह फ्लाईओवर शहर की जीवन रेखा के रूप में कार्य करेगा, जिससे यातायात जाम में भारी कमी आएगी और नागरिकों की आवाजाही सुगम होगी।
इंजीनियरिंग का चमत्कार
इस एलिवेटेड कॉरिडोर का विशेष आकर्षण है रेलवे स्टेशन के ऊपर बना केबल स्टे ब्रिज, जो न केवल तकनीकी दृष्टि से जटिल है बल्कि देखने में भी बेहद खूबसूरत है। राकेश सिंह ने कहा कि यह ब्रिज आने वाले समय में जबलपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बन सकता है, क्योंकि इसकी सुंदरता राहगीरों को आकर्षित करेगी।
शहर को मिलेगी नई उड़ान
फ्लाईओवर के शुरू होते ही दमोह नाका, सिविक सेंटर, रेलवे स्टेशन और मदन महल जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में यातायात की समस्या से राहत मिलेगी। वहीं, यह परियोजना व्यापारिक गतिविधियों को भी गति देगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। राकेश सिंह ने इस अभूतपूर्व परियोजना के लिए केंद्रीय मंत्री गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार जताया और इसे जबलपुरवासियों के लिए एक ऐतिहासिक तोहफा करार दिया।