बिहार विधानसभा चुनाव का माहौल अब पूरी तरह गर्म हो चुका है। शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिवान के कैलगढ़ उच्च विद्यालय मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किया। मंच पर पहुंचते ही भीड़ “जय श्रीराम” और “मोदी-नीतीश जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठी। शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत सिवान की ऐतिहासिक पहचान से की। उन्होंने कहा कि यह धरती महान राष्ट्रपति राजेंद्र बाबू की है, जिन्होंने देश की आजादी और संविधान दोनों के लिए संघर्ष किया। मैं इस मिट्टी को प्रणाम करता हूं।
इसके बाद उन्होंने लालू-राबड़ी शासनकाल को याद करते हुए कहा कि उस दौर में बिहार ने भय, हत्या और अत्याचार का दौर देखा। “20 साल तक सिवान ने जंगलराज सहा। शहाबुद्दीन का खौफ यहां के लोगों ने झेला, लेकिन जनता ने कभी झुकना नहीं सीखा और उसी हिम्मत से उस राज को जड़ से उखाड़ फेंका।”
“शहाबुद्दीन के बेटे को टिकट देना शर्मनाक”
अमित शाह ने कहा कि लालू यादव ने इस बार भी वही गलती दोहराई है। उन्होंने उसी शहाबुद्दीन के बेटे को रघुनाथपुर सीट से टिकट दिया है। लेकिन सिवान की जनता अब सब जानती है। नरेंद्र मोदी केंद्र में हैं और नीतीश कुमार बिहार में हैं, ये डबल इंजन की सरकार है। अब 100 शहाबुद्दीन भी आ जाएं, किसी का बाल बांका नहीं कर पाएंगे।
“सही दीपावली 14 नवंबर को होगी”
अमित शाह ने भीड़ से कहा कि बिहार की असली दीपावली 14 नवंबर को होगी, “जब लालू के बेटे का सूपड़ा साफ हो जाएगा।” उन्होंने दावा किया कि जनता पूरी तरह एनडीए के साथ है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से सरकार बनने जा रही है। शाह ने विपक्षी गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए कहा, “लालू एंड कंपनी और उनके घटक दलों का रायता चुनाव से पहले ही बिखर गया। सीट बंटवारे पर ही लड़ाई खत्म नहीं हुई थी। वहीं एनडीए परिवार पूरी मजबूती से एकजुट होकर मैदान में है।”
बिहार में मोदी जी और नीतीश जी का शासन है, अगर 100 शहाबुद्दीन आ भी जाएँ, तो भी किसी का बाल बाँका नहीं कर सकते हैं। pic.twitter.com/8x5WomuG22
— Amit Shah (@AmitShah) October 24, 2025
जनता से अपील
सभा के अंत में अमित शाह ने कहा, “अब वक्त आ गया है लालू यादव को दोबारा जवाब देने का। सिवान की जनता इस बार फिर से एनडीए के पक्ष में वोट दे। आठों सीटों से हमारे प्रत्याशी जितें, ताकि विकास की रफ्तार और तेज़ हो सके।” शाह की इस सभा ने सिवान में चुनावी माहौल को और भी गरमा दिया। भाजपा कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि अबकी बार जनता “जंगलराज नहीं, विकास राज” चुनेगी।
